आज कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा नदी में स्नान करने के लिए बिहार के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओ के आने का सिलसिला रविवार की शाम से ही शुरू हो गया है। इस दौरान दूर दराज इलाकों से महिला पुरुष श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से गंगा घाट पर पहुचने लगे हैं। भीड़ प्रबंधन पर जिला प्रशासन की विशेष नजर रहेगी। विधि-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात भी प्रशासन की प्राथमिकता है।
By Vyas ChandraEdited By: Mukul KumarUpdated: Mon, 27 Nov 2023 08:03 AM (IST)
जागरण टीम, आरा/पटना। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा नदी में स्नान करने के लिए बड़हरा प्रखंड के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओ के आने का सिलसिला रविवार की शाम से ही शुरू हो गया है। इस दौरान दूर दराज इलाकों से महिला पुरुष श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से गंगा घाट पर पहुचने लगे हैं।
मुंडन संस्कार को ले घर की महिलाओं का मांगलिक गीत गाते हुए गंगा नदी के घाटों पर पहुचने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हर वर्ष महुली, सिन्हा, बलुआ, बबुरा तथा बिंदगावा स्थित संगम स्थल पर स्नान के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
इस अवसर पर महुली, सिन्हा व केशवपुर में मेला भी लगता है। मेला से श्रद्धालु जिलेबी, पटउरा आदी मिठाई के साथ अपनी जरूरत के समानों का खरीदारी भी करते हैं।
मान्यता है कि जो व्यक्ति पूरे वर्ष गंगा स्नान से वंचित रहते हैं, वे सिर्फ कार्तिक शुक्लपक्ष की देवोत्थान एकादशी से लगातार पांच दिनों तक कार्तिक पूर्णिमा के दिन तक गंगा स्नान कर लें, तो उस वर्ष के पर्यााप्त पुण्य का लाभ मिल जाता है। इस पावन अवसर पर गंगा नदी में दीप दान का महत्व होता है।
श्रद्धालु इस दिन गंगा नदी में दीप जला गंगा नदी की निर्मल धाराओ में प्रवाहित करते हैं। इस दौरान भीड़ वाली जगहों पर गोताखोर मौजूद रहेंगे।
गंगा स्नान के लिए सभी प्रशासनिक तैयारी पूरीबड़हरा सीओ मो. नोमान ने बताया कि प्रखंड के सभी घाटों का मुआयना करने के बाद महुली, सिन्हा, बलुआ, केशोपुर व बबुरा गंगा नदी के घाटो पर गोताखोरों की तैनाती की गई है। इन स्थलो पर मेला समिति के द्वारा गंगा नदी में बैरिकेडिंग किया गया है।
अंचल कार्यालय के अलावा दूसरे विभाग के पदाधिकारियों व कर्मचारियों की इस दिन प्रतिनियुक्ति की गई है। गंगा स्नान करने आए श्राद्धालुओ पर उनके सुरक्षा को लेकर नजर रहेगी।
भीड़ प्रबंधन पर विशेष नजर
कार्तिक पूर्णिमा के दौरान भीड़ प्रबंधन पर जिला प्रशासन की विशेष नजर रहेगी। विधि-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात भी प्रशासन की प्राथमिकता है। इसको लेकर डीएम डा. चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी राजीव मिश्रा ने गंगा घाट के 172 स्थानों पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है।
डीएम-एसएसपी ने सभी अधिकारियों को संयुक्त आदेश के निर्देशों का अक्षरश: पालन करने का निर्देश दिया है। उन्हें सौजन्यता एवं विनम्रता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना है।
घाटों के अलावा पार्किंग स्थलों पर भी रहेंगे अधिकारी
संयुक्त जिलादेश में कहा गया है कि कार्तिक पूर्णिमा पर त्रुटिहीन आपदा प्रबंधन एवं विधि-व्यवस्था संधारण के लिए प्रशासन पूर्णतः प्रतिबद्ध है। पटना सदर अनुमंडल में 29, पटना सिटी में 97, बाढ़ अनुमंडल में 35 तथा दानापुर अनुमंडल में 11 स्थानों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं।
सात महत्वपूर्ण पार्किंग स्थलों कलेक्ट्रेट घाट, कुर्जी घाट, बांस घाट, गेट नंबर 93 घाट के पास, गेट नंबर 88 घाट के नज़दीक, गाय घाट हथिया बगान एवं गायघाट लोहा गोदाम स्थलों पर दंडाधिकारी-पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनके साथ लाठी बल, सशस्त्र बल एवं महिला बल को भी तैनात किया गया है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस की प्रतिनियुक्ति की गयी है। पेट्रोलिंग के लिए मोटरबोट रहेगा। गश्ती दल यह भी तय करेंगे कि नदी में कोई नाव अनधिकृत रूप से नहीं चले। सभी पदाधिकारी संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतेंगे।
बड़े घाटों पर बनाए गए अस्थायी नियंत्रण कक्ष
गंगा नदी में गश्ती के लिए दो पालियों में आठ दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है। जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 34 दंडाधिकारियों को सुरक्षित रखा है। गांधी घाट नियंत्रण कक्ष में छह सुरक्षित दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
बड़े घाटों पर अस्थायी नियंत्रण कक्ष भी रहेगा। डीएम-एसएसपी ने कहा है कि पूर्णिमा के दिन काफी संख्या में लोग गंगा स्नान के लिए आएंगे। इसलिए पूरी चौकसी और तत्परता बरतनी होगी।
बड़े अस्पतालों में 24 घंटे चिकित्सा व्यवस्था
आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए डाक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एंंबुलेंस की व्यवस्था है। दो एंबुलेंस जिला नियंत्रण कक्ष एवं एक-एक एम्बुलेंस पटना सिटी तथा दानापुर अनुमंडल में तैनात किए गए हैं।
पीएमसीएच, एनएमसीएच, गुरु गोविन्द सिंह अस्पताल, पटना सिटी तथा अन्य प्रमुख अस्पतालों में 24 घंटे आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था रहेगी। घाटों पर प्रकाश, पेयजल, फायर ब्रिगेड की व्यवस्था भी रहेगी।
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