Karwa Chauth 2023 Chand Time Today Bihar And Jharkhand: बिहार में दिखा चांद, सुहागन महिलाओं में गजब का उत्साह
Bihar and jharkhand Karwa Chauth Chand Timing Updates Patna And Ranchi: अखंड सुहाग की कामना से सुहागन महिलाएं आज बुधवार को कार्तिक कृष्ण चतुर्थी के दिन करवा चौथ का व्रत करेंगी। सुहागन महिलाओं को करवा चौथ का व्रत करने से अखंड सौभाग्य का आशीष मिलता है। सुहागनों के विशेष पर्व पर यहां पढ़ें इससे जुड़ी हर जानकारी...
Karwa Chauth 2023 Moon Time Bihar, Jharkhand: अखंड सुहाग की कामना से सुहागन महिलाएं आज बुधवार को कार्तिक कृष्ण चतुर्थी के दिन करवा चौथ का व्रत करेंगी। सुहागन महिलाओं को करवा चौथ का व्रत करने से अखंड सौभाग्य का आशीष मिलता है। सुहागन महिलाएं व्रत व उपवास कर पति के अच्छे स्वास्थ्य, दीर्घायु की कामना करती है।
सोलह श्रृगांर कर महिलाओं ने रखा करवा चौथ का व्रत
मुंगर में महिलाएं करवा चौथ का पर्व काफी हर्षोल्लास के साथ मना रही हैं। निर्जला उपवास रखकर महिलाओं ने सोहल श्रृगांर किया।
सिवान : निर्जला व्रत रखकर सुहागिनों ने मांगी पति की लंबी आयु
सिवान जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बुधवार को करवा चौथ पर्व परंपरागत तरीके से मनाया गया। इस दौरान सुहागिनों ने पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी उम्र की कामना की। वहीं, सुहागिन महिलाओं के अलावा कुंवारी कन्याओं ने भी अच्छे जीवनसाथी की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखा। इस दौरान मंदिरों में पूजा को लेकर सुहागिन महिलाओं की भीड़ उमड़ी रही।
बिहार के किस शहर में कब दिखेगा चांद? देखें टाइमिंग
Moon Timing in Bihar: पटना में शाम के 7 बजकर 51 मिनट, गया में रात के 7 बजकर 53 मिनट, बेगूसराय में 7 बजकर 47 मिनट पर, दरभंगा में 7 बजकर 46 मिनट पर, मुजफ्फरपुर में 7 बजकर 48 मिनट में, भागलपुर में 7 बजकर 44 मिनट पर चांद का दीदार होगा।
बक्सर में महिलाओं ने सामूहिक रूप से करवा चौथ की कथा भी सुनी
![बक्सर में महिलाओं ने सामूहिक रूप से करवा चौथ की कथा भी सुनी](https://www.jagranimages.com/images/newimg/articleimages/1_11_2023_181516348_karwachauth.webp)
बक्सर में अखंड सुहाग और सौभाग्य प्राप्ति की कामना को बुधवार को पूरे दिन व्रती महिलाएं निराहार रहीं। ये सभी महिलाएं रात के 8:00 बजे के बाद मृगशिरा नक्षत्र में चंद्र दर्शन और पूजन किए जाने के बाद व्रत तोड़ेंगी। पंडितों के मुताबिक इस दौरान सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है।
करवाचौथ पर नवविवाहित महिलाओं में खासा उत्साह
करवाचौथ पर नवविवाहित महिलाओं में खासा उत्साह है। महिलाओं ने मंगलवार को जमकर खरीदारी की है।
पटना, दरभंगा समेत कई शहरों में महिलाएं जमकर कर रहीं खरीदारी
करवाचौथ पर पटना, दरभंगा, समस्तीपुर समेत कई शहरों में महिलाएं जमकर खरीदारी कर रही हैं।
करवाचौथ पर पूरे सौ साल बाद बन रहा शुभ योग
इस बार करवाचौथ पर पूरे सौ साल के बाद बुधादित्य योग बन रहा है। यानी करवाचौथ के दिन बुध और मंगल एक साथ विराजमान रहेंगे।
पटना में शाम के 8 बजकर 10 मिनट पर चंद्रोदय
पंचांग के अनुसार बुधवार को करवा चौथ के दिन पटना में शाम के 8 बजकर 10 मिनट पर चंद्रोदय का समय है। आकाश बिल्कुल साफ रहेगा।
चांद के दीदार के वक्त पटना में कैसा रहेगा मौसम
Accuweather वेबसाइट के मुताबिक एक नवंबर को जब शाम में सुहागन महिलाएं चांद का दीदार करेंगी तब उस समय मौसम बिल्कुल साफ रहने का पूर्वानुमान है।
पूजा की थाली ऐसे सजाएं
पूजा की थाली में धूप, चंदन, रोली, घी, सिंदूर, फूल और माला आदि रखें। दीपक बड़े साइज का हो तो और भी अच्छा है। महिलाओं को चांद देखने के एक घंटा पू्र्व पूजा शुरू कर देनी चाहिए।
शिव और पार्वती की पूजा
संध्या बेला में पट्टिका के स्थान पर एक चौकी रखें और उस पर माता पार्वती और भगवान शिव की तस्वीर लगाएं। तस्वीर के सामने बैठकर विधिवत शिवऔर पार्वती की पूजा करें। आरती के साथ पूजा का समापन करें। अंत में चंद्रमा को अर्घ्य दें। इसके बाद पति के हाथों जल पीकर व्रत का पारण करें।
निर्जला उपवास के बाद व्रत खोलेंगी सुहागन महिलाएं
करवा चौथ के दिन सुहागन महिलाएं निर्जला उपवास रख पूजा करती हैं। व्रत खोलते समय वह छलनी से चांद को देखने के बाद अपने पति को देखती हैं और उसके बाद पानी पीकर व्रत खोलती हैं।
करवा चौथ मनाने की पौराणिक कथा
पौराणिक मान्यता के अनुसार, करवा नाम की एक स्त्री अपने पति के साथ तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित एक गांव में रहती थीं। उनके पति बुढ़े और निर्बल थे। एक दिन नदी के किनारे स्नान के दौरान मगरमच्छ ने उनका पैर पकड़ लिया। वह करवा कहकर अपनी पत्नी को पुकारने लगे। पति की पुकार सुन करवा वहां पहुंचीं। करवा के पतिव्रता धर्म का पालन करने से उनके सतीत्व में काफी शक्ति थी। करवा ने अपने पति के प्राण संकट में देख यमराज से प्रार्थना की। करवा के पतिव्रता होने के कारण यमराज ने उनकी प्रार्थना स्वीकार की और पूछा कि हे देवी आप क्या चाहती हैं।
इस पर करवा ने कहा कि मेरे पति के प्राण उस मगरमच्छ के कारण संकट में पड़े हैं। आप उसे मृत्यु दंड दे दीजिए। इसपर यमराज ने कहा कि मगरमच्छ की आयु अभी शेष बची है। तब करवा ने कहा कि यदि आपने उस मगरमच्छ को मृत्यु दंड नहीं दिया, तो मैं अपने तपोबल से आपको श्राप दे दूंगी। उसका साहस देख यमराज भी डर गए और मगरमच्छ को यमपुरी भेज दिया। साथ ही करवा के पति को दीर्घायु होने का वरदान दिया। उसी समय से करवा चौथ व्रत प्रचलन में आया।
रांची के सिमडेगा में आठ बजकर दो मिनट पर होगा चंद्रोदय
करवा चौथ का पर्व बुधवार यानी आज मनाया जाएगा। इसे लेकर मौसम विभाग ने चंद्रोदय का समय बताया है। जिले में रात्रि आठ बजकर दो मिनट पर चंद्रोदय होगा। आज के दिन महिलाएं अचल सुहाग की कामना को लेकर करवा चौथ का व्रत करती है।
करवा चौथ में व्रत और पूजा में पवित्रता का रखा जाता है खास ध्यान
करवा चौथ व्रत व पूजा-अर्चना के दौरान पवित्रता का खासा ध्यान रखा जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं व्रत रखने का संकल्प लेकर पूजा के दौरान भगवान गणेश व भगवान कार्तिक को पीले फूलों की माला, लड्डू, केला सहित विभिन्न प्रकार के फल से भोग लगाने के उपरांत भगवान शिव-पार्वती को बेलपत्र व श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करती है।
सूर्योदय से आरंभ होकर चंद्रोदय तक रहता है व्रत
शुभकारी योग में पूजन में विघ्नहर्ता गणेश, शिव-पार्वती, कार्तिकेय, नंदी व चंद्रमा की पूजा अर्चना करने के बाद चंद्र को चलनी से देखने के बाद महिलाएं अपने पति का दीदार करेंगी। व्रत सूर्योदय से आरंभ होकर चंद्रोदय तक रहता है।
महिलाएं रात्रि काल में चंद्रमा का दर्शन, पूजन एवं अर्घ्य देने के बाद पति के हाथ से जल से पीकर व्रत को पूर्ण करती हैं। करवा चौथ के दिन व्रती महिलाएं चंद्रमा के उदय होने का विशेष इंतजार करती हैं, क्योंकि चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूर्ण होता है।
इस बार करवा चौथ पर बन रहे कई शुभ योग
सुहागन महिलाएं प्रेम, त्याग व विश्वास के महापर्व में मिट्टी के करवे से रात्रि बेला में चंद्रदेव को जल से अर्घ्य देकर व्रत पूर्ण करेंगी। ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांग के हवाले से बताया कि व्रत के दिन मृगशिरा नक्षत्र, परिघ, सर्वार्थ सिद्धि, शिव योग का सुयोग बना रहेगा।