फुलवारी फायरिंग मामले में 'किंग ऑफ पटना' गैंग की पहचान, फिल्मी स्टाइल में 50 बाइक से पहुंचे थे हमलावर
शुक्रवार को हारून नगर में जमीन विवाद में दो गुटों के बीच जमकर हुई फायरिंग के बाद भी इस घटना की चर्चा शहर में जोरों से होती रही। हारून कॉलोनी शहर का एक प\श इलाका है जहां नामचिन लोगों के भव्य निवास हैं। इस संबंध कॉलोनी के सचिव शाहीद प्रवेज ने कहा कि इस प्रकार की घटना दुखद है। यह घटना पुलिस की नाकामी को दर्शती है।
संवाद सूत्र, फुलवारीशरीफ। थाना क्षेत्र के हारून नगर में शनिवार की दोपहर हुई फायरिंग की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस कॉलोनी में वारदात हुई है, वहां आगे और पीछे दो आइजी के निवास है। वहीं, इस पूरे मोहल्ले में कई आईपीएस-आईएस के साथ विधायक, मंत्री व सांसद के भी निवास है।
वारदात ने लोगों को यह सोचने पर मजबूतर कर दिया है कि जब वीआईपी मोहल्ले का यह हाल है तो आम का क्या होगा। ब्लैक कार के पीछे मोटरसाइकिलों पर युवाओं का दल और सभी हथियार से लैस यहां तक कैसे पहुंच गए और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। आखिर कहां थी पुलिस?
गोलीबारी होने के बाद सभी आराम से निकल भी गए। बड़ी वारदात हो जाने के बाद पुलिस की नींद टूटी और उसने इस मामले में सीसीटीवी कैमरा के आधार पर फायरिंग करने वालों की पहचान शुरू की। जांच के क्रम में गोलीबारी करने वालों में पटना के बाइकर्स गैंग किंग ऑफ पटना के कई सदस्यों की पहचान हुई।
इसके साथ ही शराब कारोबार से जुड़े लोगों की पहचान कर पुलिस ने शुक्रवार की रात तीन स्थानों पर छापेमारी की। पुलिस चार लोगों को पूछताछ के लिए थाना लाई है। जिसमें वे लोग शामिल हैं, जिनके शोहदे मोटरसाइकिल पर सवार होकर फायरिंग करने गये थे।
वहीं, दूसरी ओर वारदात के 21 घंटे के बाद बिल्डर ताजउद्दीन द्वारा लिखित आवेदन देते हुए नौशाद मलिक,उसके दो भतीजे और हसन अली सहित दस लोगों को नामजद करते हुए करीब एक सौ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
कहां थी पुलिस
शुक्रवार को हारून नगर में जमीन विवाद में दो गुटों के बीच जमकर हुई फायरिंग के बाद भी इस घटना की चर्चा शहर में जोरों से होती रही। हारून कॉलोनी शहर का एक प\श इलाका है जहां नामचिन लोगों के भव्य निवास हैं।
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