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KK Pathak: केके पाठक के राज में कर रहे थे चालाकी... अब पूरा धंधा ही हो गया चौपट; जानिए क्या है मामला?

Bihar News Today केके पाठक के कार्यकाल में स्कूली बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करना एक एजेंसी को भारी पड़ गया। अब इस एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया। साथ ही उसके किए काम का भुगतान भी रोक दिया गया है। डीईओ संजय कुमार ने बताया कि बेंच-डेस्क बनाने में गलत मैटेरियल का उपयोग किया गया इसलिए एक्शन लिया गया।

By Ravi Kumar(Patna) Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Sun, 07 Apr 2024 02:46 PM (IST)
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केके पाठक के राज में चालाकी पड़ी भारी ( सांकेतिक फोटो जागरण)
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के राज में बेईमानी करना एक डेस्क-बेंच बनाने वाली एजेंसी को भारी पड़ गया। केके पाठक के विभाग के अधिकारी ने उस एजेंसी को काली सूची में डाल दिया है, साथ ही भुगतान पर रोक लगा दी है।

जानिए क्या है पूरा मामला

 राजकीयकृत चिरैयाटांड़ उच्च माध्यमिक स्कूल में लकड़ी की कुन्नी से बनी बेंच-डेस्क टूटने की खबर दैनिक जागरण छपने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) शनिवार को एक्शन में दिखे। वे एजेंसी द्वारा स्कूल को दी गई बेंच -डेस्क की जांच करने स्कूल पहुंचे।

उनके साथ अभियंता पिंटू कुमार और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजकमल मौजूद थे। डीईओं ने बेंच-डेस्क की जांच की और पाया कि ज्ञान टेक्नोलाजिकल सिस्टम प्राईवेट लिमिटेड (एजेंसी) द्वारा इस स्कूल को लकड़ी की कुऩ्नी से निर्मित 50 जोड़ा बेंच-डेस्क दी है। यहीं नहीं एजेंसी ने प्रधानाध्यापक से गलत तरीके से ढाई लाख के बिल पर भी हस्ताक्षर कराया।

एजेंसी को काली सूची में डाल दिया गया: डीईओ संजय कुमार

डीईओ संजय कुमार ने बातचीत में बताया कि एजेंसी को काली सूची में डाल दिया गया है। साथ ही उसके बिल के भुगतान पर भी रोक लगा दी गई। उक्त एजेंसी द्वारा जहां भी बेंच-डेस्क उपलब्ध करायी गई है उसकी भी जांच की जाएगी। डीईओ ने कहा कि जिले के स्कूलों को कुल 68 हजार बेंच-डेस्क दिया जाना है। इनमें से 44 हजार बेंच-डेस्क की आपूर्ति हो चुकी है। शेष 24 हजार बेंच-डेस्क का वितरण जांच के बाद होगा।

ज्ञात हो कि राजकीकृत चिरैयाटांड़ उच्च माध्यमिक स्कूल की प्रधानाध्यापक ने जिला शिक्षा कार्यालय को पत्र लिखकर ज्ञान टेक्नोलाजिकल सिस्टम प्राईवेट लिमिटेड (एजेंसी) द्वारा लकड़ी की कुन्नी से बनी 50 जोड़ा बेंच-डेस्क देने की शिकायत की थी। यह भी कहा था कि खराब गुणवत्ता वाली ये बेंच-डेस्क टूटने लगी हैं।

एजेसी द्वारा गलत तरीके से जिला शिक्षा कार्यालय का हवाले देते हुए ढाई लाख रुपये के बिल पर हस्ताक्षर भी कराया।  

डीईओ ने बच्चों से भी की बात, चेतना सत्र में शामिल हुए

डीईओ संजय कुमार सुबह 10 बजे स्कूल का निरीक्षण करने पहुंच गए थे। उस समय स्कूल में चेतना सत्र की तैयारी चल रही थी। वे बच्चों के साथ चेतना सत्र में भी शामिल हुए। उन्होंने बच्चों से बातें भी की और प्रतिदिन स्कूल आने के लिए प्रेरित किया। डीईओ ने स्कूल में बने आइसीटी लैब, प्रयोगशाला और पुस्तकालय को भी देखा। वे स्कूल की व्यवस्था से संतुष्ट दिखे। मौके स्कूल की प्रधानाध्यापक मधु कुमारी, सहायक जितेंद्र कुमार सहित अन्य शिक्षकगण मौजूद थे।

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