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Bihar Flood: भारी बारिश से उफान पर नदियां, हर घंटे 3 सेमी बढ़ रहा गंगा का जलस्तर; गंडक, कोसी व पहाड़ी नदियों का ऐसा है हाल

उत्तर बिहार और नेपाल में हो रही भारी के कारण नदियां रौद्र रूप दिखा रही हैं। पश्चिम चंपारण से लेकर मिथिलांचल तक की नदियां अपने उफान पर हैं। पहाड़ी नदियों के रौद्र रूप के कारण पश्चिमी चंपारण सहित सीमावर्ती इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। नेपाल के पहाड़ों का पानी मैदानी इलाकों का रुख करने लगा है। इधर गंगा के जलस्तर में भी भारी वृद्धि देखी जा रही।

By Jagran News Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 07 Jul 2024 08:31 AM (IST)
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बिहार में मानसून के कारण उफान पर नदियां। (सांकेतिक फोटो)
जागरण टीम, पटना। उत्तर बिहार में लगातार वर्षा से नदियों में उफान है। पश्चिम चंपारण से लेकर मिथिलांचल तक नदियां लबालब हैं। बगहा में शनिवार की सुबह से गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। सीमावर्ती नेपाल के पहाड़ों का पानी मैदानी इलाकों का रुख करने लगा है।

गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में सतर्कता बढ़ा दी गई है। शनिवार की शाम पांच बजे जलस्तर तीन लाख क्यूसेक के आसपास पहुंच गया है। इससे निचले इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ चला है।

पश्चिमी चंपारण के रामनगर इलाके में नदियों के जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों पर एक बार फिर से दबाव बढ़ गया है। भितहा-हसनापुर जानेवाले मुख्य मार्ग पर लगभग एक मीटर पानी बह रहा है।

नरकटियागंज में पंडई समेत अन्य पहाड़ी नदियां कहर बरपाने लगी हैं। जलस्तर बढ़ने से तटीय गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। नरकटियागंज सहोदरा मुख्य पथ में प्रेमनगर के पास स्थित आठ साल पुराना डायवर्सन बह गया।

मझौलिया प्रखंड के तिरुआह क्षेत्र में जमींदारी बांध रिंग तटबंध क्षतिग्रस्त होने के कगार पर है। कभी भी नदी का जलस्तर बांध को तोड़ सकता है।

सीतामढ़ी में डरा रही बागमती

सीतामढ़ी में बागमती नदी के जलस्तर में शाम को बढ़ोतरी हुई। यहां के ढेंग में बागमती खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर तथा सोनाखान में 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। अभी जलस्तर में वृद्धि जारी है।

खगड़िया में पिछले 24 घंटे के दौरान 83.4 मिलीमीटर वर्षा हुई है। गोगरी-नारायणपुर तटबंध के चार किलोमीटर नवटोलिया बौरना स्थल के पास तटबंध के टाप पर बनी सड़क का किनारा क्षतिग्रस्त हुआ है।

हर घंटे 3 सेमी बढ़ रहा गंगा का जलस्तर

मुंगेर में गंगा का जलस्तर डेंजर लेवल 39.33 मीटर की तुलना में शनिवार को 31.95 मीटर रहा। केंद्रीय जल आयोग के कर्मी हरेराम प्रसाद ने बताया कि गंगा का जल स्तर हर घंटे तीन सेंटीमीटर बढ़ रहा है। खड़गपुर में मनी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया और पुलिया से ऊपर जल का बहाव हो रहा है। इस कारण इस होकर आवागमन बंद है।

कटिहार में महानंदा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव है। गंगा और कोसी के जलस्तर में भी मामूली वृद्धि हुई है। किशनगंज में महानंदा, कनकई, चेंगा, रतुआ, मेची नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है।

कोसी बराज पर कोसी का डिस्चार्ज

सुपौल में शाम पांच बजे कोसी बराज पर कोसी का डिस्चार्ज 2,82,680 क्यूसेक रिकार्ड किया गया। वीरपुर कोसी बराज से जारी रिपोर्ट के अनुसार, कोसी का जलस्राव शाम सात बजे तीन लाख सात हजार क्यूसेक (घनफुट प्रति सेकेंड या 28.316 लीटर प्रति सेकेंड) पर पहुंच गया है।

पूर्वी कोसी तटबंध सुपौल डिवीजन के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। कहीं दबाव नहीं है।

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