Lalan Singh : ललन सिंह ने BJP पर साधा निशाना, बोले- करोड़ नहीं तो लाख में ही सरकारी नौकरियों का हिसाब दे
बिहार से लोकसभा सांसद और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बोलते हुए मणिपुर हिंसा के तार भी छेड़े। इसके साथ ही हर साल दो करोड़ सरकारी नौकरियां देने के भाजपा के वादे को लेकर भी उन्होंने हिसाब-किताब मांगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू संसदीय दल के नेता एवं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने केंद्र सरकार पर बेरोजगारों को छलने का आरोप लगाया।
मणिपुर में तीन महीने से जारी हिंसा रोकने में विफल रहने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। वे बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बोल रहे थे।
ललन सिंह ने कहा कि मणिपुर के लोगों के दिल में विश्वास उत्पन्न कराना सबसे बड़ी जरूरत है। वहां दो समुदायों के बीच विश्वास का गहरा संकट उत्पन्न हो गया है।
विपक्ष ने एक ही मांग की थी कि प्रधानमंत्री मणिपुर की घटना पर वक्तव्य दें। वह इसके लिए राजी नहीं हुए। तीन मई से अब तक इस विषय पर उनका मुंह नहीं खुला।
जुमलों के सहारे चुनाव जीतती है भाजपा : सिंह
उन्होंने कहा कि भाजपा जुमलों के सहारे चुनाव जीतती रही है। 2014 में युवाओं ने नरेन्द्र मोदी के इस आश्वासन पर भाजपा को वोट दिया था कि हर साल दो करोड़ सरकारी नौकरी मिलेगी।
18 करोड़ नहीं तो 18 लाख नौकरियों का ही हिसाब दे दीजिए। ललन सिंह ने कहा कि सेना में नियमित बहाली के लिए लाख से अधिक पद रिक्त हैं। इनके लिए परीक्षाएं हुईं।
नियुक्ति पत्र तैयार हुआ, लेकिन किसी को नियमित नौकरी नहीं मिली। अब चार साल के लिए अग्निवीरों की नियुक्ति हो रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल नौ अगस्त को बिहार में राजद से मिलकर नया गठबंधन बना। उसी दिन से केंद्रीय एजेंसियां राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर सक्रिय हो गईं। इससे कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला है।
40 सीटें महागठबंधन को मिलेंगी
ललन सिंह ने दावा किया कि लोकसभा की सभी 40 सीटें महागठबंधन को मिलेंगी। उन्होंने याद दिलाया कि किस तरह 2015 के विधानसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने बिहार में रिकार्ड सभाएं की।
गृहमंत्री अमित शाह तीन महीने तक बिहार में डटे रहे। फिर भी विधानसभा की सिर्फ 52 सीटों पर भाजपा की जीत हो पाई।