Bihar Politics: 'बिहार में रावण राज का प्रतीक हैं लालू यादव', सम्राट चौधरी ने की नीतीश की तारीफ; RJD पर किए तीखे वार
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि लालू यादव बिहार में कुशासन के प्रतीक हैं और उनकी पार्टी राजद का मतलब गुंडागर्दी और अपराध का राजनीतिकरण है। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन के साथ विकास की गारंटी हैं। उन्होंने कहा कि राजद हत्या अपहरण बलात्कार और बालू-शराब माफिया तक को संरक्षण देता है।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लालू परिवार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि लालू यादव बिहार में रावण राज के प्रतीक हैं। उनकी पार्टी राजद का मतलब है गुंडागर्दी और अपराध का राजनीतिकरण। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन के साथ विकास की गारंटी हैं।
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को विशेष आर्थिक पैकेज देने के बाद रविवार को तीन और वंदे भारत ट्रेनों का उपहार दिया। वहीं, लालू यादव ने रेल मंत्री रहते रेलवे की नौकरी के बदले गरीबों की जमीन लिखवाई।
राजद पर अपराधियों को संरक्षण देने का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि राजद एक तरफ हत्या, अपहरण, बलात्कार, लूट, बैंक डकैती से लेकर ताकतवर बालू-शराब माफिया तक को संरक्षण देता है। वहीं, दूसरी ओर अपराध की घटनाओं पर छाती पीटते हुए इनके लोग राज्यपाल के दरवाजे पर नौटंकी करते हैं।
15 वर्ष में अपहरण उद्योग फला-फूला
चौधरी ने कहा कि लालू-राबड़ी राज के 15 वर्ष में अपहरण उद्योग फला-फूला, फिरौती-रंगदारी के चलते हजारों उद्यमी-व्यवसायी बिहार छोड़ कर चले गए, कल-कारखाने बंद होने से बेरोजगारी बढी, पलायन हुआ।
उपमुख्यमंत्री चौधरी ने कहा कि लालू परिवार ने गरीबों को धोखा देकर वोट लिया, लेकिन अधिकार देने की बात आई तो विधानमंडल के दोनों सदनों में नेता प्रतिपक्ष का पद भी मां-बेटे बांट लिया।
यह भी पढ़ें: Rahul Gandhi: 'राहुल गांधी देश के सबसे बड़े आतंकवादी', केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का विवादित बयान
मिथिला विकास प्राधिकरण बनाने की मांग जायज : माले
भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य और मिथिलांचल प्रभारी धीरेन्द्र झा ने रविवार को कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार में मिथिला लेबर सप्लाई जोन बन गया है। इस इलाके के सारे उद्योग-धंधे बंद हो गए। बाढ़-सुखाड़ की मार झेलने को जनता अभिशप्त है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा मिथिला विकास प्राधिकरण का प्रस्ताव लाना स्वागत योग्य कदम है।
उन्होंने कहा कि माले इस दिशा में लगातार आवाज उठाती रही है। मिथिला विकास प्राधिकरण बनाने की मांग जायज है। उन्होंने कहा कि कोसी-मेची नदी जोड़ परियोजना से मिथिला, कोसी, पूर्णिया को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है।
भाकपा-माले नेता ने कहा कि कृषि आधारित उद्योग, बाढ़-सुखाड़ का स्थायी निदान, तालाबों का जीर्णोद्धार, वेट लैंड एरिया का डेवलपमेंट, दलितों-गरीबों के बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी, केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण आदि सवालों को लागू करके ही मिथिला का विकास हो सकता है।