Lalu Yadav News: राजनीति के एंटरटेनमेंट चैनल हैं लालू यादव, गजब था पीएम मोदी की मिमिक्री वाला वो अंदाज
Lalu Yadav News अपने ठेठ देसी अंदाज के बल पर लालू यादव में जनता से कनेक्ट करने की गजब क्षमता है। उनका पीएम मोदी की नस खिंचने वाले मिमिक्री को लोग आज भी नहीं भूले हैं। राजनीति के इस एंटरटेनमेंट चैनल की तबीयत इन दिनों खराब है।
By Amit AlokEdited By: Updated: Wed, 06 Jul 2022 05:16 PM (IST)
पटना, आनलाइन डेस्क। Lalu Yadav News: राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (RJD Supremo Lalu Prasad Yadav) अभी बीमार होकर आइसीयू में भर्ती हैं। राजनीतिक मामले हों या चारा घोटाला में सजा, या फिर परिवार; लालू चौतरफा मुसीबतों से घिरे रहने के बावजूद कभी चिंता या अवसाद में नजर नहीं आते हैं। अपने ठेठ अंदाज से जनता से कनेक्ट करने की उनके जैसी कला गिनती के नेताओं में ही दिखती है। नेताओं की मिमिक्री कर भी वे जनता के दिलों पर राज करते रहे हैं। साल 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की नस खिंचने की हिदायत देती उनकी मिमिक्री की चर्चा आज भी होती होती है। बड़े शहरों का एलीट वर्ग उनकी स्टाइल की भले ही हंसी उड़ाए, लेकिन राजनीति के इस 'एंटरटेनमेंट चैनल' (Entertainment Channel of Politics) को वे भी नजरअंदाज नहीं कर पाते हैं।
ठेठ अंदाज में जनता से कनेक्ट, ऐसे ही विरोधियों को भी जवाब लालू जनता से ठेठ अंदाज में कनेक्ट करते रहे हैं। विरोधियों के हमले का जवाब भी इसी अंदाज में देते रहे हैं। अंदाज ऐसा कि लोग लोटपोट हो जाते हैं। एक बार जब वे संकट में थे, तब विरोधियों के हमले पर ठेठ अंदाज में कहा था- 'हाथी पड़े पांकी में, सियार मारे हुचुकी।' अर्थ यह कि अगर हाथी फंस जाए तो सियार हंसी उड़ाते ही हैं। लालू प्रसाद यादव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का विरोध करते हुए उसे 'भारत जलाओ पार्टी' (BJP) बताया था। साल 2005 में विधानसभा चुनाव को रद कर दोबारा चुनाव कराना पड़ा था। पहले चुनाव के विजयी विधायकों का शपथ ग्रहण भी नहीं हो सका था। उनके लिए लालू कहा था कि अभी तक भूतपूर्व विधायक होते थे, लेकिन ये अभूतपूर्व विधायक हैं।
हाल के चुनावों में जनता ने मिस किए उनके मनोरंजक जुमले बीमारी व जेल की सजा के कारण लालू बीते विधानसभा चुनाव सहित हाल के अन्य चुनावों में सक्रिय नहीं दिखे। इस चुनाव में उनके भाषणों को जनता ने मिस किया। चुनाव प्रचार के दौरान 'ऐ बुड़बक', 'तबला बाजे धिन-धिन, एक नमो पर तीन-तीन', 'रघुपति राघव राजा राम, भाजपा को विदा कर दे भगवान' तथा 'गांधी-पीर अली का है बिहार, नहीं बनेगी भाजपा सरकार' जैसे उनके जुमले सुनने को नहीं मिल सके। हालांकि, इसकी याद लोगों को आज भी याद आती है।
बीमारी से नहीं बदला अंदाज, 'भकचोन्हर' के लोगों ने लिए मजेबीमारी ने भी लालू के अंदाज को नहीं बदला है। कुछ महीने पहले ही बिहार में कांग्रेस से गठबंधन को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास का 'भकचोन्हर' (बेवकूफ) कह इस अंदाज की झलक दिखाई थी। उनके इस बयान पर कांग्रेस भड़ गई थी, लेकिन लोगों ने खूब मजे लिए थे।
...और विधानसभा चुनाव में की पीएम नरेंद्र मोदी की मिमिक्रीलालू प्रसाद यादव ने एक बार चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि मिमिक्री करने में उन्हें बड़ा मजा आता है। इसे उन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2015) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की मिमिक्री कर बखूबी दिखाया भी था। उस चुनाव के प्रचार के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को सवा लाख करोड़ का स्पेशल पैकेज (Special Package to Bihar) देने की घोषणा की थी। इसका अपने ठेठ अंदाज में मजाक उडाते लालू यादव ने मिमिक्री की थी। लालू ने चुनावी रैली में मोदी की मिमिक्री करते हुए कहा था, 'अरे मोदी जी, इस अंदाज़ में मत बोलिए, वरना गर्दन की नस खिंच जाएगी।' पीएम मोदी के स्पेशल पैकेज के विरोध की चर्चा के दौरान लालू की मिमिक्री की आज भी चर्चा होती है।
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