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Lalu Yadav: लालू यादव ने तो खोल दिए दरवाजे... क्या नीतीश कुमार फिर मारेंगे पलटी?

लालू यादव ने एलान कर दिया है कि यदि नीतीश कुमार वापस आना चाहेंगे तो उन पर विचार होगा। हमारा दरवाजा किसी के लिए बंद नहीं होता है। लालू यादव ने कहा कि अगर नीतीश आएंगे तो देखेंगे। क्या नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खुला है के जवाब में कहा हमारा दरवाजा खुला ही रहता है। लालू यादव के इस बयान के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज है।

By Sunil Raj Edited By: Rajat Mourya Updated: Fri, 16 Feb 2024 06:45 PM (IST)
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लालू यादव ने तो खोल दिए दरवाजे... क्या नीतीश कुमार फिर मारेंगे पलटी?
राज्य ब्यूरो, पटना। Lalu Yadav On Nitish Kumar नीतीश कुमार के महागठबंधन को अलविदा कहे अभी पखवाड़ा से ज्यादा समय नहीं बीता होगा बावजूद राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव ने एलान कर दिया है कि यदि नीतीश कुमार वापस आना चाहेंगे तो उन पर विचार होगा। हमारा दरवाजा किसी के लिए बंद नहीं होता है। शुक्रवार को लालू प्रसाद पटना से जंदाहा के लिए रवाना हुए।

इसके पहले उन्होंने पटना में मीडिया से संक्षिप्त बातचीत की। लालू यादव ने कहा कि अगर नीतीश आएंगे तो देखेंगे। क्या नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खुला है, के जवाब में कहा हमारा दरवाजा खुला ही रहता है।

बता दें कि 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने अचानक बिहार में महागठबंधन से नाता तोड़ते हुए एनडीए से नाता जोड़ लिया। इसके बाद वे एक बार फिर भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए। सीएम नीतीश के पलटने के कारण विपक्षी दल उन पर लगातार हमलावर रहा। हालांकि, लालू प्रसाद और तेजस्वी के साथ ही परिवार के दूसरे सदस्यों ने नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देने में पूरा संयम बरता।

'क्या गारंटी है कि नीतीश फिर से नहीं पलटेंगे'

नीतीश सरकार के बहुमत साबित करने के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा में भाजपा से सवाल किया था कि इसकी क्या गारंटी है कि नीतीश फिर से नहीं पलटेंगे, लेकिन आरोप लगाने के दौरान भी तेजस्वी ने संयम बनाकर रखा। इसे लेकर तरह-तरह की बातें हो रही थी, लेकिन आज लालू के बयान आने के बाद यह बात साफ हो चुकी है कि राजनीति में कभी किसी के लिए कोई भी दरवाजा बंद नहीं होता है।

नीतीश कुमार ने कब-कब मारी पलटी?

बता दें कि पहले भी नीतीश वर्ष 2013 में भाजपा से अलग हो चुके हैं। फिर 2015 में लालू यादव के साथ मिलकर उन्होंने बिहार में सरकार बनाई थी। लेकिन दो वर्ष बाद 2017 में उन्होंने फिर से भाजपा में शामिल होने का फैसला कर लिया। वहीं अगस्त 2022 में नीतीश फिर लालू यादव के साथ हो गए। अब फिर से नीतीश ने एनडीए के साथ मिलकर बिहार की सरकार को चला रहे हैं।

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