Bihar Politics: 'कहते थे रानी के पेट से राजा पैदा नहीं होगा...', सम्राट ने लालू को क्यों याद दिलाई ये पुरानी बात
सम्राट चौधरी ने पार्टियों में परिवारवाद को लेकर विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि राजद में टू जी यानी दूसरी पीढ़ी राज कर रही है। पहले मां पिता थे अब बेटा भी आ गया। भाजपा अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद पहले कहते थे कि रानी के पेट से राजा पैदा नहीं होगा लेकिन अब कहते हैं कि रानी के पेट से ही राजा पैदा होगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शुक्रवार को पार्टी की ओर से आयोजित संत शिरोमणि रविदास जयंती समारोह में शामिल हुए। अपने संबोधन में सम्राट चौधरी ने संत रविदास के वचनों को वर्तमान राजनीति और समाज के साथ जोड़कर अपनी बात रखी। इस दौरान, सम्राट चौधरी ने विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा।
राजद में टू जी का राज
सम्राट चौधरी ने पार्टियों में परिवारवाद को लेकर विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि राजद में टू जी यानी दूसरी पीढ़ी राज कर रही है। पहले मां, पिता थे अब बेटा भी आ गया। इसी तरह तमिलनाडु में थ्री जी वाले भी हैं। कांग्रेस में तो फोर जी है, मोतीलाल नेहरू, पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अब राहुल गांधी आ गए।
राजद को माई की पार्टी कहते थे लालू, तेजस्वी...
उन्होंने कहा कि पहले लालू यादव कहते थे राजद माई की पार्टी है अब उनके पुत्र कहते हैं कि राजद बाप की पार्टी है, सही है राजद इनकी ही पार्टी है, लेकिन भाजपा लोकतांत्रिक पार्टी है।भाजपा अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद पहले कहते थे कि रानी के पेट से राजा पैदा नहीं होगा, लेकिन अब कहते हैं कि रानी के पेट से ही राजा पैदा होगा।
अब तय आपको करना है...
उन्होंने कि अब तय आपको करना है। उन्होंने संत रविदास के अनुयायियों से अपील करते हुए कहा कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास मंत्र को लेकर चलती है। भाजपा सरकार आज 1 करोड़ 79 लाख गरीब के घरों में अनाज पहुंचा रही है।ज्ञान अर्जित करने वाला पंडित से भी आगे बैठने का हकदार
संत रविदास के वचनों को उद्घृत करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि वे (संत रविदास) कहते थे कि जन्म से कोई व्यक्ति किसी जाति में जन्म ले सकता है, लेकिन अगर ज्ञान अर्जित कर लिया तो वह पंडित से भी आगे बैठने का हकदार बन जाता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।