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Land For Job Scam: लालू परिवार के बाद CBI के घेरे में आये रेलवे छह कर्मचारी, 14 से 30 अगस्त के बीच होगी पूछताछ

जमीन के बदले नौकरी मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों की घेराबंदी के बाद अब सीबीआई ने इस मामले में धनबाद रेल मंडल के छह कर्मचारियों को पूछताछ के लिए नई दिल्ली बुलाया है। धनबाद गोमो कतरास चंद्रपुरा और बरवाडीह में सब्सटीट्यूट के रूप में नियुक्त किए गए कर्मचारियों को सीबीआइ मुख्यालय आर्थिक अपराध शाखा-दो में जांच में शामिल होने का निर्देश दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Tue, 15 Aug 2023 12:07 AM (IST)
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लालू परिवार के बाद अब रेलकर्मियों से पूछताछ करेगी सीबीआई। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, धनबाद: जमीन के बदले रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी के मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों की घेराबंदी के बाद अब सीबीआई ने इस मामले में धनबाद रेल मंडल के छह कर्मचारियों को पूछताछ के लिए नई दिल्ली बुलाया है।

धनबाद, गोमो, कतरास, चंद्रपुरा और बरवाडीह में सब्सटीट्यूट के रूप में नियुक्त किए गए कर्मचारियों को सीबीआई मुख्यालय आर्थिक अपराध शाखा-दो में जांच में शामिल होने का निर्देश दिया है।

18-21 अगस्त के बीच होगी पूछताछ

संबंधित कर्मचारियों से पूछताछ के लिए 18 से 31 अगस्त के बीच अलग-अलग तिथियां तय की गई हैं। कर्मचारियों को अपने संबंधित नियंत्रण/पर्यवेक्षी अधिकारियों के माध्यम से तय तिथियों पर सुबह 9:30 बजे जांच में शामिल होना है।

इन प्रमाणपत्रों के साथ जांच में शामिल होने का निर्देश

सीबीआई की ओर से जारी पत्र के बाद पूर्व-मध्य रेल के महाप्रबंधक-पी हाजीपुर ने धनबाद रेल मंडल को सभी छह कर्मचारियों को निश्चित तिथि और समय पर सीबीआई कार्यालय भवन में जांच में शामिल होने के लिए सुनिश्चित करने की व्यवस्था करने का निर्देश जारी किया है।

कर्मचारी को उनकी मूल शिक्षा योग्यता, आईडी प्रमाण, पैन कार्ड और सरकारी पहचान पत्र के साथ जांच में शामिल होने के लिए निर्देशित किया गया है।

क्या हैं लालू पर आरोप

लालू प्रसाद पर आरोप है कि 2004 से 2009 के बीच जब वह रेलमंत्री थे, तब उन्होंने रेलवे के ग्रुप डी में नौकरी देने के एवज में परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन व प्रॉपर्टी ट्रांसफर कराकर आर्थिक लाभ उठाया।

इसके एवज में रेलवे के अलग-अलग जोन के अंतर्गत मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में लोगों को नौकरी दी गई।

पिछले साल दर्ज की गई थी प्राथमिकी

आरोप यह भी है कि इन बहालियों के लिए कोई भी विज्ञापन या पब्लिक नोटिस नहीं जारी किया गया। इस मामले में पिछले साल 18 मई को लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, मीसा भारती सहित 17 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी की गई थी।

इसी मामले में 20 मई 2022 को पटना में राबड़ी देवी के आवास सहित देश के अलग-अलग 16 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। अब इस मामले की आंच धनबाद रेल मंडल तक पहुंच गई है।

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