अब बिहार के म्यूजियम में मिलेगी विरासत की पूरी जानकारी, घूमने के साथ लाइब्रेरी में बैठ ले सकेंगे पढ़ने का मजा
कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार के संग्रहालयों में पुस्तकालय बनाने की योजना पर काम कर रहा है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस कार्य को पूरा करने को लेकर अभी वक्त लगेगा। पटना दरभंगा सहित अन्य जगहों पर संग्रहालय में घूमने आनेवाले लोग पुस्तकालयों में बैठकर किताब का अध्ययन कर सकेंगे। एक साथ 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
By prabhat ranjanEdited By: Roma RaginiUpdated: Sat, 29 Jul 2023 04:22 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश के संग्रहालयों में लोग घूमने के साथ आने वाले दिनों पुस्तकों का अध्ययन करेंगे। कला संस्कृति एवं युवा विभाग की ओर से प्रदेश के संग्रहालयों में पुस्तकालय बनाने की योजना है। वहीं, अन्य संग्रहालयों में बने पुस्तकालयों को भी समृद्ध किया जाएगा।
विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस कार्य को पूरा करने को लेकर अभी वक्त लगेगा। पुस्तकालयों में प्रदेश की विरासत, शोध, संस्कृति, सभ्यता, आधुनिक व समकालीन कला के साथ पुरातत्व व शिल्प कलाओं से जुड़ी पुस्तकों को अध्ययन करने का अवसर मिलेगा।
वहीं, संग्रहालय में घूमने के साथ लोग पुस्तकों के जरिए अपनी लोक संस्कृति को जान पाएंगे। पुस्तकालयों में एक साथ 50 से अधिक लोग बैठकर पुस्तकों का अध्ययन कर सकेंगे। इसके लिए व्यवस्था की जाएगी।
प्रत्येक पुस्तकालयों में दो सौ से अधिक पुस्तकें उपलब्ध रहेगी। वहीं एक पुस्तकालय से दूसरे पुस्तकालयों में पुस्तकों का आदान प्रदान भी होगा। अधिकारी की मानें तो पटना, गया, दरभंगा, भागलपुर समेत प्रदेश में 26 संग्रहालय है।
बिहार संग्रहालय में लोगों के लिए स्टडी रूम
बिहार संग्रहालय में लोगों के लिए स्टडी रूम की शुरूआत 2020 में हुई थी। यहां पर संग्रहालय घूमने आने वाले लोगों के लिए स्टडी रूम बनाया गया है, जहां पर प्रदेश की कला संस्कृति, इतिहास से जुड़ी कई पुस्तकें पाठकों के लिए मौजूद हैं।साल भर के लिए बनता है मेंबरशिप कार्ड
यहां पर दो हजार से अधिक पुस्तकें हैं। यहां पर पढ़ने वाले लोगों के लिए संग्रहालय की ओर से मेंबरशिप कार्ड बनाया जाता है । मेंबरशिप कार्ड बनवाने के लिए दो सौ से पांच सौ रुपये लगते हैं। कार्ड बनने के बाद एक वर्ष तक लाइब्रेरी में बैठ कर पुस्तकों का अध्ययन कर सकते हैं।
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