6 सीट पर 25 साल से एक ट्रेंड : हर चुनाव में नए दल को मौका, ललन सिंह और पप्पू यादव की पत्नी का एक जैसा रहा हाल
Lok Sabha Election 2024 बिहार की यह छह लोकसभा सीटें बेहद खास हैं। खास बात यह है कि इन सभी सीटों पर 25 साल से ट्रेंड कायम है। आकड़ों पर एक नजर डालें तो पता चलता है कि हर चुनाव में इन सीटों पर नए दल को मौका मिलता है। ललन सिंह से लेकर पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन तक का यहां एक जैसा हाल रहा है।
कुमार रजत, पटना। समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया ने कहा था कि लोकतंत्र में सत्ता की रोटी पलटती रहनी चाहिए। बिहार में लोकसभा की आधा दर्जन सीटें ऐसी हैं, जहां जनता यह काम बखूबी कर रही है।
मुंगेर, सीतामढ़ी, सुपौल, जहानाबाद, झंझारपुर और बांका की लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां पिछले 25 या उससे भी अधिक सालों से हर चुनाव में नए दल को विजयश्री मिल रही है।एक बार जिस दल को मौका दे दिया, उसे अगले चुनाव में दोबारा मौका नहीं मिलता। अगर लगातार दूसरी बार जनता ने किसी सांसद को मौका दिया भी तो पार्टी बदल गई।
मुंगेर से 1989 से लगातार विजयी दल बदल रहे हैं। जनता दल के टिकट पर धनराज सिंह ने 89 में कांग्रेस से यह सीट छीनी। अगले चुनाव 1991 में भाकपा के ब्रह्मानंद मंडल जीते, अगले चुनाव में उन्हें दोबारा मौका मिला मगर समता पार्टी से। इसके बाद तो सांसद और दल दोनों बदलते रहे।1998 में राजद के विजय कुमार यादव, 99 में जदयू से ब्रह्मानंद मंडल, 2004 में जयप्रकाश नारायण यादव, 2009 में जदयू से ललन सिंह, 2014 में लोजपा से वीणा देवी और 2019 में वापस जदयू से ललन सिंह सांसद बने। लगातार दूसरी बार मौका किसी दल को नहीं मिला।
झंझारपुर सीट पर 98 में राजद से सुरेंद्र प्रसाद यादव जीते
झंझारपुर सीट पर 98 में राजद से सुरेंद्र प्रसाद यादव, 99 में जदयू और 2004 में राजद से देवेंद्र प्रसाद यादव, 2009 में जदयू से मंगनी लाल मंडल, 2014 में भाजपा से बीरेंद्र कुमार चौधरी और 2019 में रामप्रीत मंडल जीतकर सांसद बने। इस बीच देवेंद्र प्रसाद को लगातार दो बार मौका तो मिला मगर अलग-अलग दलों से।बांका सीट पर 1998 और 1999 में दिग्विजय सिंह सांसद रहे, मगर पहले समता पार्टी तो दूसरी बार जदयू से। इसके बाद 2004 में राजद के गिरधारी यादव को जीत मिली।
2009 में पहले दिग्विजय सिंह और बाद में उनके निधन वा पत्नी पुतुल कुमारी ने निर्दलीय चुनाव जीता। वहीं 2014 में राजद के जयप्रकाश नारायण यादव तो 2019 में जदयू के गिरधारी यादव को जीत मिली।जहानाबाद सीट पर छह लोकसभा चुनावों से पार्टी और सांसद का चेहरा दोनों बदल रहा है। 98 में राजद के सुरेंद्र प्रसाद यादव, 99 में जदयू से अरुण कुमार, 2004 में राजद से गणेश प्रसाद सिंह, 2009 में जदयू से जगदीश शर्मा, 2014 में रालोसपा से अरुण कुमार और 2019 में जदयू से चंदेश्वर प्रसाद सांसद चुने गए।
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