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जहरीली शराब कांड : बिहार कैसे पहुंचा जानलेवा स्प्रिट? हुआ चौंकाने वाला खुलासा, UP का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार

सारण और सिवान के सीमावर्ती क्षेत्रों में जहरीली शराब पीने से 49 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने मुख्य आपूर्तिकर्ता महेश गुप्ता और दीपक चौधरी को गिरफ्तार किया है। उन्होंने स्प्रिट की खेप कूरियर गाड़ियों में छिपाकर पहुंचाई थी। पुलिस ने ऑनलाइन लेन-देन के साक्ष्य भी मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ शीघ्र ट्रायल चलेगा और संपत्ति जब्त की जाएगी।

By Jagran News Edited By: Mukul Kumar Updated: Mon, 21 Oct 2024 09:29 AM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

जागरण टीम, पटना। सारण व सिवान के सीमावर्ती भगवानपुर हाट एवं मशरक प्रखंड क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 49 लोगों की मौत मामले में पुलिस ने पूरे नेटवर्क को खंगाल दिया है।

अब तक पर्दे के पीछे छिपे स्प्रिट के मुख्य आपूर्तिकर्ता उत्तर प्रदेश के देवरिया के महेश गुप्ता और उससे खरीद करने वाले सारण के लहलादपुर थाना क्षेत्र के पुरुषोत्तिमपुर निवासी दीपक चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों कूरियर की छोटी गाड़ियों के माध्यम से स्प्रिट की खेप सारण पहुंचा रहे थे।

25 से अधिक बार ऑनलाइन मनी ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले

रविवार को सारण प्रमंडल के डीआईजी निलेश कुमार एवं सारण एसपी डॉ. कुमार आशीष ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया कि महेश उत्तर प्रदेश के देवरिया भाटपार रानी स्थित श्रीराम केमिकल एंड डिनेचर्ड स्प्रिट कंपनी का मालिक है। उसकी कंपनी का लाइसेंस अद्यतन नहीं है।

महेश एवं दीपक चौधरी के बीच 25 से अधिक बार ऑनलाइन मनी ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले हैं। पुलिस शीघ्र ही चार्टशीट दाखिल कर स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सभी को सजा दिलाएगी। सभी आपूर्तिकर्ताओं के पास से शराब बरामद हुई है, जिसकी एसएफएल से जांच कराई जा रही है।

इनके ऊपर आर्थिक अपराध इकाई भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। जिसके तहत संपत्ति जब्त होगी। मामले में लापरवाही बरतने पर मशरक के थाना अध्यक्ष धनंजय राय व दो चौकीदार निलंबित कर दिए गए हैं।

एक अन्य राज्य में भी पुलिस करने वाली है छापामारी

डीआईजी ने बताया कि शराब कांड के तार यूपी के अलावा बिहार के एक अन्य पड़ोसी राज्य से भी जुड़े हैं। पुलिस शीघ्र ही वहां छापामारी करने के लिए जाने वाली है। महेश गुप्ता से जुड़े अन्य शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तस्करों ने शराब निर्माण का संगठित गिरोह बना रखा था।

एक दिन पहले मुख्य आरोपित मशरक के विशुनपुरा निवासी मंटू सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो पता चला कि वह दीपक चौधरी से स्प्रिट खरीदता था।

सारण व सिवान की संयुक्त पुलिस टीम ने उसे दबोचा तो पता चला कि उसे उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के भाटपाररानी थाना के भिंडा मिश्रा गांव का महेश गुप्ता स्प्रिट की आपूर्ति करता था। फिर वह अपनी देखरेख में स्प्रिट की खेप सीधे मंटू सिंह के घर सारण के मशरक थाना क्षेत्र बली विशुनपुरा में उतरवाता था।

वहां से मंटू सिंह अपने सहयोगी तीन बड़े तस्कर रूदल मांझी, रजनीकांत व मितुल मांझी के माध्यम से स्प्रिट से शराब बनवाकर परचुनिया (छोटे तस्कर) को बेचवाता था।

आधा दर्जन लोगों की आंखों की रोशनी छिन गई

आशंका है कि विगत सप्ताह महेश गुप्ता ने ही व्यावसायिक उपयोग में आने वाले जहरीले स्प्रिट मिथेनाल की आपूर्ति की थी, इसके बाद उसके नेटवर्क से जुड़े तस्करों ने उससे शराब बनाकर सैकड़ों लोगों के बीच मौत बांट दी। जिसने 49 लोगों की जान ले ली, आधा दर्जन लोगों की आंखों की रोशनी छिन गई और लगभग तीन दर्जन लोगों को गंभीर रूप से बीमार कर दिया।

इधर, सिवान एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि विशेष छापामारी टीम ने जिले में चार दिनों में 13 शराब तस्करों को गिरफ्तार कर किया है। वहीं एसआइटी ने विगत चार दिनों में कुल 200 स्थानों पर छापामारी की है।

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