जहरीली शराब कांड : बिहार कैसे पहुंचा जानलेवा स्पिरिट? हुआ चौंकाने वाला खुलासा, UP का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार
सारण और सिवान के सीमावर्ती क्षेत्रों में जहरीली शराब पीने से 49 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने मुख्य आपूर्तिकर्ता महेश गुप्ता और दीपक चौधरी को गिरफ्तार किया है। उन्होंने स्पिरिट की खेप कूरियर गाड़ियों में छिपाकर पहुंचाई थी। पुलिस ने ऑनलाइन लेन-देन के साक्ष्य भी मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ शीघ्र ट्रायल चलेगा और संपत्ति जब्त की जाएगी।
जागरण टीम, पटना। सारण व सिवान के सीमावर्ती भगवानपुर हाट एवं मशरक प्रखंड क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 49 लोगों की मौत मामले में पुलिस ने पूरे नेटवर्क को खंगाल दिया है।
अब तक पर्दे के पीछे छिपे स्पिरिट के मुख्य आपूर्तिकर्ता उत्तर प्रदेश के देवरिया के महेश गुप्ता और उससे खरीद करने वाले सारण के लहलादपुर थाना क्षेत्र के पुरुषोत्तिमपुर निवासी दीपक चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों कूरियर की छोटी गाड़ियों के माध्यम से स्पिरिट की खेप सारण पहुंचा रहे थे।
25 से अधिक बार ऑनलाइन मनी ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले
रविवार को सारण प्रमंडल के डीआईजी निलेश कुमार एवं सारण एसपी डॉ. कुमार आशीष ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया कि महेश उत्तर प्रदेश के देवरिया भाटपार रानी स्थित श्रीराम केमिकल एंड डिनेचर्ड स्पिरिट कंपनी का मालिक है। उसकी कंपनी का लाइसेंस अद्यतन नहीं है।महेश एवं दीपक चौधरी के बीच 25 से अधिक बार ऑनलाइन मनी ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले हैं। पुलिस शीघ्र ही चार्टशीट दाखिल कर स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सभी को सजा दिलाएगी। सभी आपूर्तिकर्ताओं के पास से शराब बरामद हुई है, जिसकी एसएफएल से जांच कराई जा रही है।
इनके ऊपर आर्थिक अपराध इकाई भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। जिसके तहत संपत्ति जब्त होगी। मामले में लापरवाही बरतने पर मशरक के थाना अध्यक्ष धनंजय राय व दो चौकीदार निलंबित कर दिए गए हैं।
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