Manoj Jha: 'प्रधानमंत्री पर किए गए खर्च का भी हो हिसाब', विनेश फोगाट के मामले में केंद्र पर भड़के मनोज झा
Bihar Politics राजद सांसद मनोज झा ने केंद्रीय खेल मंत्री द्वारा कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट को लेकर हुए खर्च का हिसाब संसद में देने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि जो सरकार संसद में एथलीटों पर किए गए खर्च का हिसाब देती है। उसे कोई शर्म नहीं है। क्या सरकार प्रधानमंत्री और अपने मंत्री का खर्च का हिसाब देगी।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi: वजन को लेकर ओलंपिक खेल में पदक से वंचित रहीं विनेश फोगाट पर किए गए खर्च का हिसाब-किताब पर सरकार की सफाई का राजद ने विरोध किया है। राज्यसभा में राजद सदस्य मनोज झा (Manoj Jha) ने गुरुवार को कहा कि जो सरकार संसद में एथलीटों पर किए गए खर्च का हिसाब देती है, उसे कोई शर्म नहीं है।
प्रधानमंत्री व मंत्रियों पर गए खर्च का भी हो हिसाब
मनोज झा ने कहा कि तब तो इस बात का हिसाब दिया जाना चाहिए कि प्रधानमंत्री और कैबिनेट के अन्य मंत्रियों पर करदाताओं का कितना पैसा खर्च होता है। उन्होंने खेल मंत्री द्वारा संसद में खिलाड़ी पर किए गए खर्च का हिसाब देने पर आश्चर्य जताया।
ओलंपिक में 50 किलोग्राम महिला कुश्ती में फाइनल में जाने के बाद विनेश फोगाट का वजन 100 ग्राम ज्यादा होने के कारण अयोग्य करार दे दिया गया।
खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने गिनवाए थे खर्चे
इसी पर संसद में खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि खिलाड़ी फोगाट की मदद के लिए केंद्र सरकार ने हर मुमकिन कोशिश की। उनकी मदद के लिए पर्सनल स्टाफ रखे गए हंगरी के मशहूर कोच वोलेर अकोस और फिजियो अश्विनी पाटिल तक को तैनात किया गया।
विनेश फोगाट पर 70.45 लाख सरकार ने किए खर्च: खेल मंत्री
खेल मंत्री ने कहा कि कई पार्टनर्स, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग एक्सपर्ट को पैसे दिए गए। मंत्री ने संसद में कहा था कि ओलंपिक की तैयारी के लिए विनेश पर 70.45 लाख रुपए खर्च किए। उन्होंने कहा कि विनेश को ट्रेनिंग के लिए विदेश भी भेजा गया था। उनके इस बयान पर विपक्ष ने नाराजगी जताई।सरकार के अंदर शर्म या हया नाम की कोई चीज नहीं: मनोज झा
केंद्रीय मंत्री के इसी बयान को लेकर राजद सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा कि जो सरकार संसद में एथलीटों पर किए गए खर्च का हिसाब देती है उसके अंदर शर्म हया नाम की कोई चीज नहीं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और कैबिनेट मंत्रियों पर करदाताओं का कितना पैसा खर्च होता है इसका भी हिसाब दिया जाना चाहिए।
दूसरी ओर सांसद संजय यादव ने कहा कि तकनीकी रूप से विनेश फोगाट का फाइनल नहीं खेलना दुर्भाग्यपूर्ण है। उनकी प्रतिभा मेहनत और संघर्ष के सामने सब बौना है।संजय यादव ने कहा भगत सिंह को सरकार शहीद नहीं मानती लेकिन देश की जनता ने उन्हें शहीद-ए-आजम माना है। इस तरह कोई कमेटी फोगाट को विजेता माने या ना माने लेकिन देश की जनता फोगाट को मेडलिस्ट जरूर माना है।ये भी पढ़ें
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