Modi 3.0 में दिखेगी किंगमेकर Nitish Kumar की धमक, अटल सरकार की तरह मिलेंगे मलाईदार मंत्रालय?
2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा अपने दम पर बहुमत पाने में असफल रही है। ऐसे में Modi 3.0 सरकार बनाने के लिए एनडीए के दो सहयोगी नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और दूसरी चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी भाजपा के लिए बेहद अहम हो गए हैं। जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार जहां 3-4 मंत्रिपद वहीं चंद्रबाबू नायडू 4-5 मंत्रीपद की मांग कर रहे हैं।
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। राजनीतिक गलियारे में इन दिनों 20 साल बाद खूब गूंज रहा। यह कोई हिट फिल्म का नया वर्जन नहीं है। संदर्भ यह है कि केंद्र की सरकार में 20 साल बाद जदयू के एक से अधिक मंत्री दिखेंगे। वर्ष 2004 में मई के बाद जदयू के लिए इस तरह की उपलब्धि नहीं थी।
नरेंद्र मोदी की सरकार में 2021-22 में कुछ दिनों के लिए जदयू के राज्य सभा सदस्य आरसीपी सिंह मंत्री जरूर हुए थे, पर इनके अलावा मई 2004 के बाद से केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू की किसी भी तरह की उपस्थिति नहीं थी। बीच में यूपीए की सरकार केंद्र में बन गयी।
वर्ष 2014 का चुनाव जदयू ने अलग होकर लड़ा और 2019 में जब केंद्रीय मंत्रिमंडल का गठन हो रहा था तब जदयू को एक मंत्री पद मिल रहा था जो उस वक्त उन्हें मंजूर नहीं था।
2004 में मई तक जॉर्ज, शरद व नीतीश तीनों थे केंद्र में मंत्री
2004 के मई तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में जॉर्ज फर्नांडीस, शरद यादवऔर नीतीश कुमार तीनों मंत्री थे। यह 2001 की सरकार थी, जब जदयू कुछ दिनों तक समता पार्टी के रूप में था।
तब जॉर्ज फर्नांडिस के पास रक्षा मंत्रालय का कामकाज था। वह बिहार व जदयू का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। शरद यादव के पास 2001 की केंद्र सरकार में कई विभाग थे। वह श्रम मंत्री भी रहे पर 2004 में वह उपभोक्ता मामले के मंत्री थे।
बिहार से नीतीश कुमार तीसरे मंत्री के रूप में थे। आखिरी बार मई 2004 तक केंद्र में मंत्री थे। तब उनके पास रेल मंत्रालय का कामकाज था। यानी तीन महत्वपूर्ण मंत्रालय एनडीए गठबंधन में जदयू के दिग्गजाें के पास थे। जदयू से एक समय दिग्विजय सिंह भी केंद्र में मंत्री रहे।
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