Bihar Politics: पूर्णिया में पप्पू यादव चलाएंगे 'कैंची', मुकेश सहनी के हाथ लगा 'लेडीज पर्स'
Bihar Politics News मुकेश सहनी और पप्पू यादव को इस बार नए चुनाव चिह्न के साथ मतदाताओं के बीच पहचान बनानी होगी। मुकेश सहनी को लेडीज पर्स सिंबल मिला है। वहीं पप्पू यादव को कैंची सिंबल मिला है। पूर्णिया में पप्पू की लड़ाई जदयू के संतोष कुमार की तीर चुनाव चिह्न एवं राजद की बीमा भारती को मिले सिंबल लालटेन से है।
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव के महासमर में बिहार की राजनीति के दो सितारे अबकी बार नए सिरे से पहचान के लिए संघर्ष करते नजर आएंगे। दरअसल, निर्वाचन आयोग ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) एवं जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक (जाप) के पुराने चुनाव-चिह्न को बदल दिया है।
ऐसे में अब मुकेश सहनी एवं पप्पू यादव को जनता के बीच नए चुनाव-चिह्न से पहचान बनानी होगी। आयोग ने इस बार वीआइपी को सिंबल के रूप में 'लेडीज पर्स' का आवंटन किया है। 2020 में विधानसभा चुनाव के दौरान वीआइपी को पालयुक्त नाव चुनाव-चिह्न आवंटित हुआ था। अब वीआइवी का यह चुनाव-चिह्न नहीं रहा।
निर्दलीय मैदान में हैं पप्पू यादव
वहीं, कांग्रेस में अपनी जन अधिकार पार्टी का विलय करने वाले पप्पू यादव इस बार निर्दलीय मैदान में हैं। इस वजह से पप्पू को इस बार सिंबल के रूप में 'कैंची' चुनाव चिह्न मिला है। पहले जाप का सिंबल हॉकी-बॉल था। दोनों दलों का चुनाव लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुका था।मुकेश सहनी को करनी होगी मशक्कत
विशेषकर मुकेश सहनी की पार्टी वीआइपी का चुनाव चिह्न नाव काफी लोकप्रिय एवं चर्चित चुनाव चिह्न था। इस लिहाज से सहनी को नए चुनाव चिह्न के साथ लोकप्रियता प्राप्त करने में काफी मशक्कत करनी होगी।
उधर, पूर्णिया से निर्दलीय ताल ठोंक रहे पप्पू यादव कैंची चुनाव चिह्न पाकर नए सिरे से सुर्खियां बटोर रहे हैं। इसके पीछे वजह यह है कि पूर्णिया लोकसभा चुनाव में त्रिकोणीय लड़ाई एवं पप्पू का चुनाव चिह्न है।
पूर्णिया में पप्पू की लड़ाई जदयू के संतोष कुमार की तीर चुनाव चिह्न एवं राजद की बीमा भारती को मिले सिंबल लालटेन से है।ये भी पढ़ें- Lalu Yadav: 'मेरा नीतीश के साथ पुराना संबंध...', लालू के करीबी का बड़ा बयान; सियासी हलचल तेज
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