लालू यादव और मुकेश सहनी की मुलाकात से इन सीटों पर अटकलें तेज! महागठबंधन में अब तक 13 उम्मीदवारों पर पेंच
Bihar Politics बिहार में महागठबंधन में अब तक 13 सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं हुए हैं। इनमें राजद और कांग्रेस दोनों के कोटे की सीटें शामिल हैं। इस बीच मुकेश सहनी और लालू यादव की मुलाकात की चर्चा सियासी गलियारों में तेज हो गई हैं। ऐसे में सियासत के जानकारों का मानना है कि सहनी को सीटें मिल सकती हैं।
सुनील राज, पटना। बिहार में लोकसभा का चुनावी मैदान तैयार है। जनता दल यू और भाजपा ने इस मैदान के लिए अपने उम्मीदवार भी तय कर दिए हैं। लेकिन प्रत्याशी तय करने के मामले में महागठबंधन एनडीए से काफी पीछे चल रहा है।
राजद और कांग्रेस कोटे की करीब 13 ऐसी सीटें हैं जिनमें अब तक प्रत्याशी तय नहीं। राजद कोटे में आई 26 सीटों में सात जबकि कांग्रेस को मिली सीटों में छह ऐसी हैं, जिन पर उम्मीदवार तय नहीं हो पाए।
राष्ट्रीय जनता दल ने मधेपुरा और सुपौल पर इस उम्मीद में प्रत्याशियों के नाम तय नहीं किए थे, क्योंकि वजह थे पप्पू यादव।
राजद को उम्मीद थी कि पप्पू यादव पूर्णिया सीट बीमा भारती के लिए छोड़ते हैं तो ऐसी स्थिति में उन्हें विकल्प के रूप में मधेपुरा या फिर सुपौल सीट पर महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में उतारा जा सकता है।हालांकि, अब पप्पू यादव ने निर्दलीय के रूप में पूर्णिया से नामांकन कर दिया है। ऐसी स्थिति में अब राजद मधेपुरा और सुपौल के लिए जिताऊ उम्मीदवार के नाम चयनित करने में जुटा है।
क्या लालू और मुकेश सहनी के बीच बन गई बात!
झंझारपुर, मोतिहारी और गोपालगंज में प्रत्याशी तय न होने की वजह विकासशील इंसान पार्टी से बातचीत को कारण बताया जा रहा है।राजद सूत्रों की मानें तो वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी से इन सीटों को लेकर बातचीत चल रही है। यदि महागठबंधन की शर्तों पर चुनाव लड़ने को राजी होते हैं तो वैसी स्थिति में ये तीन सीटें वीआईपी को दी जा सकती हैं।
हालांकि, गोपालगंज सीट को लेकर शुरू से राजद के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र राम के नाम की सियासी गलियारों में चर्चा रही है। इन सीटों के अलावा राजद कोटे से अररिया और सीतामढ़ी पर भी अब तक प्रत्याशी तय नहीं हैं।हालांकि, सीतामढ़ी को लेकर राजद से रितु जायसवाल के नाम की चर्चा लगातार सियासी गलियारों में सामने आती रही है।दूसरी ओर कांग्रेस को बंटवारे में जो सीटें मिली हैं, उनमें भागलपुर, कटिहार और किशनगंज के प्रत्याशी तय हो चुके हैं। जबकि पश्चिम चंपारण, महाराजगंज, पटना साहिब और सासाराम के साथ ही समस्तीपुर सीट के लिए भी कांग्रेस अपने उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है।
समस्तीपुर सीट से कांग्रेस की तरफ से दो उम्मीदवारों के नाम चल रहे हैं। अशोक राम और पूर्व डीजी बीके रवि। हालांकि, ताजा अपडेट यह है कि महेश्वर हजारी की पुत्र सन्नी हजारी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और उन्हें समस्तीपुर से पार्टी अपना उम्मीदवार बना सकती है। जबकि अन्य सीटों पर कौन होगा कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार, इसे लेकर तस्वीर अब तक साफ नहीं हो पाई है।
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