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Neet Paper Leak 2024: नीट पेपर लीक मामले में अब तक क्या-क्या हुआ? कितने हुए गिरफ्तार, पढ़ें पूरी डिटेल

NEET 2024 Paper Leak Case नीट पेपर लीक प्रकरण से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। मामले में कई स्‍तर पर समीक्षा और जांच चल रही है। ईओयू ने पूरे मामले पर अपनी जांच रिपोर्ट केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को सौंप दी है। इधर ईओयू और बिहार पुलिस की टीमें बिहार से लेकर झारखंड तक ताबड़तोड़ छापेमारी कर आरोपितों और संदिग्धों को गिरफ्तार करने में जुटी हुई हैं।

By Ashish Shukla Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 23 Jun 2024 01:03 PM (IST)
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नीट पेपर लीक मामले के बारे में पढ़ें पूरी डिटेल।
आशीष शुक्ल, पटना। NEET 2024 Paper Leak: नीट पेपर लीक प्रकरण से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। बिहार व झारखंड में EOU व पुलिस (Bihar Police) की अलग-अलग टीमें छापेमारी कर रही हैं।

अबतक कई दर्जन आरोपी व छात्रों को हिरासत में लिया जा चुका है। नीट पेपर लीक (NEET UG Paper Leak Latest Update) में अबतक क्या-क्या हुआ? पेश है जागरण की विस्तृत रिपोर्ट।

5 मई 2024 को पटना के शास्त्रीनगर थाना की पुलिस को सूचना मिली कि नीट यूजी परीक्षा (NEET UG Paper Leak Case) में एक संगठित गिरोह, कुछ अभ्यर्थी एवं परीक्षा संचालन करने वाले कर्मियों के साथ मिलीभगत करके प्रश्न पत्र लीक कर दिया है।

शास्त्रीनगर पुलिस को डस्टर कार के नंबर के बारे में जानकारी मिली। पुलिस को पता चला कि इस गाड़ी में सेटर घूम रहे हैं। दोपहर 2 बजे शास्त्रीनगर थाने की पुलिस बेली रोड पटेल भवन की तरफ से डस्टर कार आते दिखी।

पुलिस ने उक्त डस्टर कार को घेराबंदी करके लिया। कार में सिकंदर यादवेंदू, अखिलेश कुमार और बिट्टू कुमार सवार थे।

पुलिस ने वाहन की तलाशी ली तो, डैश बोर्ड सेल्फ से चार नीट अभ्यर्थी अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार, आयुष राज और अनुराग यादव के एडमिट कार्ड मिले। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया।

सिंकदर की गिरफ्तारी ने उठाया पेपर लीक से पर्दा

सिंकदर यादवेंदु (Sikandar Yadavendu) की गिरफ्तारी के बाद पेपर लीक मामले (NEET UG paper leak case) से पर्दा उठने लगा।

पटना पुलिस (Patna Police) के लिए सबसे अहम क्लू उसकी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में मिली। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि हमारे कुछ अभ्यर्थी पटना के विभिन्न सेंटरों पर परीक्षा दे रहे हैं।

सिकंदर ने पुलिस को क्या-क्या बताया?

सिकंदर ने पुलिस को यह भी बताया कि नीट परीक्षा में संजीव सिंह, रॉकी, नीतीश और अमित आनंद के माध्यम से सेटिंग कराया है। सेट अभ्यर्थियों को संजीव, रॉकी, नीतीश और अमित ही प्रश्न का उत्तर रटाने के लिए ले गए हैं।

पूछताछ में सिकंदर ने बताया कि इन सभी विद्यार्थियों को उसने अलग-अलग सेंटरों पर परीक्षा देने के लिए पहुंचाया है। चूंकि, आयुष शास्त्री नगर थाने के समीप बोर्ड कॉलोनी स्थित डीएवी स्कूल में परीक्षा दे रहा था, तो पुलिस वहां फौरन पहुंच गई।

अभ्यर्थी आयुष की गिरफ्तारी

उसी दिन शाम 4 बजे पकड़े गए आरोपितों की सूचना के आधार पर पुलिस परीक्षा केंद्र पर पहुंची। केंद्राधीक्षक ने आयुष को एडमिट कार्ड देख कर पुलिस को बताया कि यह अभ्यर्थी कमरा नंबर 28 में परीक्षा दे रहा है। जैसे ही आयुष परीक्षा देकर निकला उसे दबोच लिया गया।

आयुष ने पुलिस को क्या-क्या बताया?

आयुष को पूछताछ के लिया लाया गया। आयुष ने पूछताछ में पुलिस के सामने कबूल किया कि चार मई की रात ही उसे पटना के रामकृष्णानगर के खेमनीचक स्थित होटल एवं प्ले स्कूल में ले जाकर प्रश्नपत्र उत्तर याद करने के लिए कहा गया था।

आयुष ने पुलिस को यह भी बताया था कि जो प्रश्नपत्र उत्तर दिया गया था, वह परीक्षा के सभी प्रश्न शत प्रतिशत मिले। बताया कि उसकी तरह 20-25 अन्य अभ्यर्थियों को भी प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया तथा उन्हें रटवाया गया था।

4-5 मई, अमित आनंद, नीतीश और अनुराग की गिरफ्तारी

4 और 5 मई की रात पटना पुलिस की विशेष टीम अमित आनंद और नीतीश को शास्त्रीनगर के एजी कॉलोनी स्थित फ्लैट से गिरफ्तार किया।

वहीं, चार नीट परीक्षार्थियों आयुष राज, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार व शिवनंदन कुमार को परीक्षा के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया। सेटर, परीक्षार्थी और अभ्यर्थी समेत कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया।

5 मई, शास्त्रीनगर थाने में एफआईआर दर्ज 

5 मई को शास्त्रीनगर थानेदार अमर कुमार ने अपने बयान पर प्राथमिकी दर्ज की। साथ ही बरामद साक्ष्य और छानबीन में मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस की विशेष टीम पटना के अलग अलग थाना क्षेत्र में छापेमारी करना शुरू कर दी।

10 मई, ईओयू ने संभाली जांच की कमान

10 मई को आर्थिक अपराध इकाई ने नेट पेपर लीक की जांच संभाल ली। इसके बाद ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खान ने डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया। इसके बाद पेपर लीक की कड़ियां तलाशी जाने लगी।

12 जून को ईओयू ने एनटीए से नीट प्रश्नपत्र की मांग की, ताकि प्रश्नों का मिलान हो सके। करीब तीन बार रिमांडर के बाद नौ अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड एनटीए भेजे।

18 और 19 जून, ईओयू ने 9 अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया

18 और 19 जून को नौ अभ्यर्थियों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया। नोटिस के बावजूद 19 जून को सिर्फ दो छात्राएं ही पूछताछ के लिए अभिभावकों के साथ आई। इसमें बख्तियारपुर और समस्तीपुर की दोनों छात्राएं थी।

20 जून, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मांगी जांच रिपोर्ट

इधर, मामला तूल पकड़ने के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 20 जून को ईओयू से जांच रिपोर्ट मांगी। ईओयू की अग्रतर जांच में झारखंड कनेक्श मिला ही, पेपर लीक मामले में नालंदा के संजीव मुखिया के साथ रवि अत्री गिरोह का भी नाम सामने आया।

22 जून, झारखंड में छापेमारी

22 जून को ईओयू की सूचना पर झारखंड के देवघर की पुलिस छापेमारी करने में जुट गई। एक किराये के कमरे से छह लोगों को हिरासत में लिया गया। सभी बिहार के नालंदा के निवासी है। उन सभी से पूछताछ की जा रही है।

शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई को सौंपी जांच की जिम्मेदारी

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। सीबीआई एनटीए के अधिकारियों की भी भूमिका की जांच करेगी।

इनकी हुई गिरफ्तारी

गिरफ्तारी भूमिका पता

सिकंदर प्रसाद यादवेंदू

सेटर

समस्तीपुर (रूपसपुर)

बिट्टू कुमार ड्राइवर रोहतास (बड़कागांव)

अखिलेश कुमार

अभ्यर्थी आयुष के पिता पटना (दानापुर)

आयुष कुमार

अभ्यर्थी पटना (दानापुर)
नीतीश कुमार सेटर

गया जिला (वर्तमान में पटना का गोपालपुर थाना)

रोशन कुमार

सेटर

नालंदा (वर्तमान में पटना का राजीव नगर)

अभिषेक कुमार

अभ्यर्थी रांची (झारखंड)
अनुराग यादव अभ्यर्थी समस्तीपुर (हसनपुर थानाक्षेत्र )
अमित आनंद सेटर मुंगेर जिला (वर्तमान में पटना का शास्त्री नगर)
अवधेश कुमार अभिषेक के पिता रांची (झारखंड)
रीना कुमारी अनुराग की मां समस्तीपुर

आशुतोष कुमार

सेटर जमुई (सिकंदरा थानाक्षेत्र)
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