NEET Paper Leak Case: नीट पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया की तलाश तेज, इन भर्ती परीक्षा से भी जुड़े हैं तार
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) नीट (यूजी) पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड की तलाश कर रही है। जांच टीम के मुताबिक पिछले दिनों हुए सिपाही भर्ती परीक्षा शिक्षक भर्ती परीक्षा और नीट पेपर लीक के तार आपस में जुड़े हैं। बिहार के नालंदा का रहने वाले संजीव मुखिया का नाम इन सभी पेपर लीक सबसे प्रमुखता से सामने आ रहा है।
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट (यूजी) पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) अब मास्टरमाइंड की तलाश में जुट गई है। जांच टीम का मानना है कि पिछले दिनों हुए सिपाही भर्ती परीक्षा, शिक्षक भर्ती परीक्षा और नीट पेपर लीक के तार आपस में जुड़े हैं।
इन सभी पेपर लीक में बिहार के नालंदा के रहने वाले संजीव मुखिया का नाम सबसे प्रमुखता से सामने आ रहा है। पुलिस ने संजीव की तलाश फिर से तेज कर दी है। गिरफ्तारी से बचने के लिए संजीव मुखिया ने अग्रिम जमानत याचिका भी दाखिल की है, जिसपर 25 जून को सुनवाई होनी है।
ईओयू ने रिपोर्ट की तैयार
दूसरी तरफ, ईओयू ने शिक्षा मंत्रालय को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट तैयार कर ली है। ईओयू के वरीय अधिकारी शनिवार को नई दिल्ली जाकर नीट पेपर लीक मामले में अब तक की जांच रिपोर्ट सौंपेंगे। इसमें पेपर लीक मामले में गिरफ्तार चार परीक्षार्थियों समेत गिरफ्तार 13 आरोपितों के बयान की प्रति भी दी गई है।इसके अलावा पांच मई को पेपर लीक की सूचना के बाद खेमनीचक, बोर्ड कालोनी, एजी कालोनी आदि इलाकों में छापेमारी के बाद बरामद नीट परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड, बुकलेट और जले हुए प्रश्न-पत्र के अवशेष आदि की जानकारी भी दी गई है।
झारखंड के रास्ते प्रश्न-पत्र बिहार आने की आशंका
जांच टीम उस चेन को भी खंगाल रही है, जिसके जरिए संजीव मुखिया तक नीट के प्रश्न-पत्र पहुंचे। इसमें सबसे ऊपर अत्री गिरोह का नाम है। सूत्रों के अनुसार, अत्री गिरोह ने ही संजीव मुखिया और अतुल वत्स जैसे लोगों को बिहार में प्रश्न-पत्र की प्रति उपलब्ध कराई है।अत्री गिरोह के रवि अत्री का नाम उत्तर प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा में भी आया था। वह नोएडा का रहने वाला है और फिलहाल मेरठ जेल में बंद है।
सूत्रों के अनुसार, अब तक की जांच में बिहार में नीट का प्रश्न-पत्र झारखंड के रास्ते पहुंचने की आशंका भी जताई जा रही है। पांच मई को नीट पेपर लीक मामले में पटना पुलिस की कार्रवाई के लिए इनपुट भी झारखंड से ही मिला था।
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