NEET Paper Leak Case: बेउर जेल में बंद पटना AIIMS का छात्र बार-बार हो रहा था बेहोश, LNJP में कराया गया इलाज
NEET Paper Leak Case नीट यूजी पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अपना रुख साफ कर दिया है कि नीट का री-एग्जाम नहीं होगा। वहीं पेपर लीक को लेकर सीबीआई की जांच जारी है। केंद्रीय एजेंसी ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इसी मामले में जेल में बंद पटना एम्स के छात्र की तबीयत बिगड़ गई जिसका इलाज कराया गया।
जागरण संवाददाता, पटना। नीट यूजी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार एम्स पटना के चार में से एक छात्र राहुल आनंद की हालत सोमवार को खराब हो गई। वह बार-बार बेहोश हो रहा था। ऐसे में सीबीआई की टीम कड़ी सुरक्षा में उसे लेकर राजवंशीनगर स्थित एलएनजेपी हड्डी हास्पिटल पहुंची।
सूचना पर निदेशक डॉ. एनएन राय समेत फिजिशियन, न्यूरो व आर्थोपेडिक विशेषज्ञ पहुंचे और मेडिकल छात्र की पूरी जांच की। हालांकि, मामला घबराहट व बेचैनी का निकला, जिसके बाद डाक्टरों ने दवाएं देकर छात्र को डिस्चार्ज कर दिया और सीबीआई टीम उसे लेकर वापस बेउर जेल चली गई।
छात्र का बीपी बढ़ा हुआ था
सीबीआई ने एम्स पटना से 2021 बैच के चंदन सिंह, राहुल आनंद व कुमार शानू तथा 2022 बैच के करण जैन को गिरफ्तार किया था। कोर्ट से चारों को चार दिन की रिमांड पर लिया गया था। सोमवार को रिमांड का अंतिम दिन था। इसके बावजूद उन्हें जेल से रिहा होने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी।गिरफ्तारी के बाद से वे अबतक स्वजन से नहीं मिल सके थे। ऐसे में राहुल आनंद घबराहट व बेचैनी के कारण बार-बार बेहोश होने लगा। छात्र का ब्लड प्रेशर काफी बढ़ा हुआ था। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे एक घंटे में ही डिस्चार्ज कर दिया।
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