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NEET Exam 2024 Paper Leak : 60 करोड़ में यूपी से खरीदा गया था प्रश्न पत्र, अभ्यर्थी को लेकर सामने आई चौंकाने वाली बात

NEET Exam Paper Leak नीट की परीक्षा को लेकर कई चौंकाने वाले फैक्ट्स सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि एक रात पहले नीट के प्रश्न और उत्तर रटवा कर परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थी भेजे गए थे। प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने वाले रॉकी की सरगर्मी से तलाश है। उसे नालंदा के कुख्यात परीक्षा माफिया संजीव ने प्रश्न पत्र दिया था।

By Jagran News Edited By: Mukul Kumar Updated: Tue, 07 May 2024 12:31 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, पटना। नीट (नेशनल एंट्रेंस कम एलिजिबिलिटी टेस्ट) परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका में डीएवी स्कूल, बोर्ड कालोनी से गिरफ्तार अभ्यर्थी आयुष राज ने चौंकाने वाला राजफाश किया है। इससे प्रश्न पत्र लीक की पुष्टि हो गई है और तार झारखंड से जुड़ गए हैं।

पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में प्रश्न पत्र लीक की प्राथमिकी की है। इसमें अब तक एक अभ्यर्थी की मां, राजफाश करने वाले आयुष के पिता समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों में दानापुर नगर परिषद का कनीय अभियंता सिकंदर यादवेंदु भी शामिल है।

झारखंड नंबर की डस्टर कार और मोबाइल बरामद

इनके पास से झारखंड नंबर की डस्टर कार एवं मोबाइल बरामद हुए हैं। प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने वाला राकी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है, पुलिस सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही किंग पिन का पता चलेगा, जिसने प्रश्न पत्र उड़ा कर गुर्गों के बीच बांटे।

पुलिस को अब तक मिली जानकारी में पता चला है कि नालंदा के नगरनौसा प्रखंड की भूतहाखार पंचायत के बलवा पर गांव निवासी कुख्यात परीक्षा माफिया संजीव कुमार ने रॉकी को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए थे।

40 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था

संजीव के पुत्र डॉ. शिव कुमार का नाम गत मार्च में बीपीएससी टीआरई 3 प्रश्न पत्र लीक में सामने आया था, उसे मध्य प्रदेशके उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था, अभी जेल में है। संजीव की पत्नी ममता देवी भूतहाखार पंचायत की मुखिया रही हैं। ममता 2020 में हरनौत से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं।

वह विजेता की निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहीं थीं। अभ्यर्थी के अभिभावकों ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि प्रति अभ्यर्थी 40 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने वालों ने कहा था कि राकी ने संजीव के माध्यम से 60 करोड़ में उत्तर प्रदेश से प्रश्न खरीदा था।

आयुष ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि परीक्षा से एक दिन पूर्व (चार मई) की रात ही उसे प्रश्न पत्र और उनके उत्तर मिल गए थे। परीक्षा माफिया के लोगों ने रामकृष्ण नगर के खेमनीचक स्थित लर्न ब्वायज हास्टल एवं लर्न प्ले स्कूल में रात भर रखकर प्रश्नों के उत्तर रटवाए थे। वहां उसके जैसे 20-25 अन्य छात्र भी थे।

दूसरे दिन गिरोह के सदस्य सभी छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक लेकर गए थे। आयुष ने पुलिस की पूछताछ में दावा किया कि जिन प्रश्नों के उत्तर उसे रटवाए गए थे, वे ही प्रश्न परीक्षा में शत प्रतिशत मिले थे। ऐसे में पुलिस मान रही है कि प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले ही माफिया के माध्यम से अभ्यर्थियों तक पहुंच गए थे।

गाड़ी के नंबर से पकड़े गए सेटर

रविवार को एक केंद्रीय एजेंसी की रांची (झारखंड) इकाई से एसएसपी को नीट का प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना मिली। उन्हें डस्टर का रजिस्ट्रेशन नंबर (जेएच01बीडब्ल्यू-0019) के बारे में बताया गया कि इस गाड़ी में परीक्षा माफिया के लोग घूम रहे हैं। इसके बाद कार की खोज शुरू हुई।

शास्त्री नगर थाना अध्यक्ष अमर कुमार के नेतृत्व में टीम ने रविवार की दोपहर 2:05 बजे राजवंशी नगर मोड़ के पास घेराबंदी कर पटेल भवन की ओर से आ रही कार को रोक लिया। उसमें सिकंदर यादवेंदु (पुसहों, विधान थाना, समस्तीपुर), अखिलेश कुमार (सुल्तानपुर, दानापुर) और बिट्टू कुमार (बड़का गांव, गढ़ नोखा, रोहतास) सवार थे।

कार के डैश बोर्ड में मिला था आयुष का एडमिट कार्ड

तीनों सवारों समेत कार शास्त्री नगर थाने लाई गई। वहां पुलिस ने वाहन की तलाशी ली तो डैश बोर्ड के सेल्फ से चार नीट अभ्यर्थी अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार, आयुष राज और अनुराग यादव के एडमिट कार्ड मिले। सख्ती से पूछताछ करने पर सिकंदर ने बताया कि इन सभी विद्यार्थियों को उसने अलग-अलग सेंटरों पर परीक्षा देने के लिए पहुंचाया है।

चूंकि, आयुष शास्त्री नगर थाने के समीप बोर्ड कालोनी स्थित डीएवी स्कूल में परीक्षा दे रहा था तो पुलिस वहां फौरन पहुंच गई। केंद्राधीक्षक ने एडमिट कार्ड देख कर पुलिस को बताया कि यह अभ्यर्थी कमरा नंबर 28 में परीक्षा दे रहा है।

पुलिस सेंटर के बाहर ही खड़ी रही, जैसे ही आयुष निकला, उसे पकड़ लिया गया। आयुष ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसे शनिवार की रात प्रश्न पत्र व उत्तर रटवाए गए थे, इसके बाद वह परीक्षा देने आया था।

सिकंदर ने चार साथियों के उगले नाम

गिरफ्तारी के बाद कनीय अभियंता सिकंदर ने संजीव सिंह, राकी, नीतीश और अमित आनंद के नाम बताएं, जिनके माध्यम से वह नीट में धांधली करवाता था। राकी प्रश्न पत्र उपलब्ध कराता था। शेष सदस्य रुपये देने वाले अभ्यर्थियों की तलाश करने से लेकर उत्तर रटवाने और परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने व लाने का काम करते थे।

पुलिस ने रविवार की देर रात खेमनीचक, कोतवाली, जक्कनपुर, राजीव नगर और दानापुर क्षेत्र में छापेमारी की। वहां से आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इनके नाम नहीं बताए हैं।

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