Bihar 5G Network: 1100 करोड़ से बिहार में बिछेगा नेटवर्क का जाल, जून 2025 तक BSNL लाएगा फाइव-जी
डिजिटल संचार आयोग के सदस्य वित्त मनीष सिन्हा ने बताया कि देशभर में नो नेटवर्क इलाकों को खत्म करने के लिए सरकार के स्तर पर कवायद की जा रही है। इसी कड़ी में बिहार के भी 11 सौ करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जबकि देशभर के लिए 26-30 हजार करोड़ रुपये आवंटित किया गया है। अब बीएसएनएल को भी फाइव-जी स्पेक्ट्रम आवंटित हो चुका है।
नलिनी रंजन, पटना। बिहार में नेटवर्क का जाल बिछाने की तैयारी आरंभ हो गई है। इसके लिए केंद्र सरकार ने 11 सौ करोड़ रुपये जारी किए हैं। इससे बिहार के नो नेटवर्क एरिया को नेटवर्क के जाल से अच्छांदित किया जाएगा। इसके लिए जिन गांवों में नेटवर्क नहीं है, उन गांवों में नेटवर्क टावर लगाया जाएगा। इससे सीमावर्ती इलाकों के साथ-साथ पहाड़ी इलाकों में भी नेटवर्क का जाल बिछाया जाएगा।
कहा गया कि देशभर में करीब 26 हजार गांव नेटवर्क एरिया से बाहर हैं। इसमें सभी इलाकों को नेटवर्क से लैस करने को लेकर केंद्र सरकार की ओर से पहल की गई है। डिजिटल संचार आयोग के सदस्य वित्त मनीष सिन्हा ने बताया कि देशभर में नो नेटवर्क इलाकों को खत्म करने के लिए सरकार के स्तर पर कवायद की जा रही है। इसी कड़ी में बिहार के भी 11 सौ करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जबकि देशभर के लिए 26-30 हजार करोड़ रुपये आवंटित किया गया है।
अब बीएसएनएल को भी फाइव-जी स्पेक्ट्रम आवंटित हो चुका है। इससे पूर्व वह अपने सभी इलाकों को फोर-जी नेटवर्क से जोड़ेगा। इसके लिए कवायद की जा रही है।
बिहार में नेटवर्क कार्य को पूरा करने के लिए टीसीएस कंपनी को कार्य आवंटित किया गया है। वह बीएसएनएल को फोर-जी सपोर्ट करने का कार्य करेगा। फोर-जी का कार्य पूरा होने के बाद फाइव-जी के रूप में कार्य को आरंभ किया जाएगा।
जून 2025 तक बीएसएनएल लाएगा फाइव-जी
आयोग के सदस्य मनीष सिन्हा ने बताया कि पहले चरण में बिहार में मई 2025 तक फोर-जी सुविधा गांव-गांव तक अच्छांदित कर दिया जाएगा। इसके लिए कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके बाद जून 2025 से फोर-जी को अपग्रेड कर फाइव जी में बदल दिया जाएगा। बीएनएनएल को फाइव-जी के लिए 700 मीटर बैंड में 10 मेगा हार्ट दिया गया है। 3300-7000 में 70 मेगा हर्ट का स्पेक्ट्रम दिया गया है।ये भी पढ़ें- Jitan Ram Manjhi: मांझी ने 2019 के चुनाव में खर्च कर दिए थे इतने रुपये, फिर भी मिली थी करारी हारये भी पढ़ें- Danapur Jogbani Train: दानापुर-जोगबनी ट्रेन की मिली सौगात, पटना से जुड़ा मिथिला, कोसी और सीमांचल; जानिए रूट
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