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Bihar Jharkhand Four Lane: बिहार-झारखंड को जोड़ने वाली सड़क परियोजना में देरी, जनवरी में होगा काम पूरा

बिहार को झारखंड से सीधे जोड़ने वाली फोर-लेन सड़क परियोजना में देरी हो गई है। NHAI का दिसंबर में पूरा होने वाला मिशन अब जनवरी में पूरा होगा। पटना-गया-डोभी फोरलेन और बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन सड़क परियोजनाओं में रेलवे की वजह से अड़चन आ गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 21 नवंबर को गया आ रहे हैं और निर्माणाधीन परियोजनाओं का जायजा लेंगे।

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Rajat Mourya Updated: Mon, 18 Nov 2024 06:44 PM (IST)
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बिहार-झारखंड को जोड़ने वाली सड़क परियोजना में देरी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार को झारखंड से सीधे-सीधे फोर लेन की संपर्कता को ले एनएचएआई (NHAI) का मिशन दिसंबर अब जनवरी में पूरा होगा। इस मिशन के तहत पटना-गया-डोभी फोरलेन (Patna Gaya Dobhi Fourlane) तथा बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन सड़क को दिसंबर में आरंभ करने की योजना थी, पर मामला रेलवे की वजह से अटक गया है।

पटना-गया-डोभी फोरलेन

एनएचएआई से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पटना-गया-डोभी फोरलेन बनकर तैयार है पर एक जगह आरओबी के निर्माण में हो रही देरी के कारण निर्बाध संपर्कता में अभी लगभग एक महीने का समय लगेगा। इस वजह से दिसंबर की जगह अब जनवरी के आखिर में यह सड़क निर्बाध संपर्कता के लिए उपलब्ध हो पाएगी। पटना में जो मिसिंग लिंक है उस पर काम जनवरी के बाद ही आरंभ हो पाएगा। इस सड़क से झारखंड को सीधी संपर्कता मिलती है।

बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन

लंबी अवधि से निर्माणाधीन बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन पटना से झारखंड के बीच सीधी संपर्कता को ले एक महत्वपूर्ण सड़क है। इस सड़क का निर्माण भी लगभग पूरा है। कई जगहों पर बड़े-बड़े फ्लाईओवर बन गए हैं। पर एक जगह पर आरओबी का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हो पाया है। आरओबी के लिए रेलवे से ब्लाक लेना पड़ता है। इसके बाद ही निर्माण कार्य हो पाता है। इस वजह से इस फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य अब जनवरी के आखिर में ही पूरा हो गया है।

नितिन गडकरी 21 को गया आ रहे

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 21 नवंबर को गया आ रहे। उनकी यह यात्रा इंडियन इकोनामिक एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन के सिलसिले में हो रही है। वह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस आयोजन में मगध विश्वविद्यालय की सहभागिता है।

एनएचएआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नितिन गडकरी एनएच की निर्माणाधीन परियोजनाओं का जायजा भी लेंगे।

पांच राज्य उच्च पथों के निर्माण को मिली प्रशासनिक स्वीकृति

बिहार स्टेट हाइवे प्रोजेक्ट-4-एएफ के तहत पांच राज्य उच्च पथों का निर्माण होगा। इसकी प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है। इन सड़कों के निर्माण पर 2900 करोड़ रुपए खर्च होंगे। भूमि अधिग्रहण पर 1100 करोड़ रुपए व्यय होना है। इन परियोजनाओं के लिए एशियन डेवलपमेंट से राशि मिलेगी।

225 किमी सड़क का निर्माण 2900 करोड़ की लागत से

इस योजना के तहत 225 किमी सड़क का निर्माण होगा। इस पर 2900 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसमें 1860 करोड़ रुपए का खर्च सिविल कार्य पर होगा। इन सड़कों के निर्माण पर निविदा का आमंत्रण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया जाएगा। इसके तहत संबंधित सड़कों की चौड़ाई को तो बढ़ाना ही है साथ ही साथ उनके सुदृढ़ीकरण का काम भी होना है। एशियन डेवलपमेंट बैंक के प्रतिनिधियों ने इन सड़कों के एलायनमेंट का भ्रमण किया और स्थानीय लोगों से इस बारे में बात की। महिला समूह से उनके जीवन-यापन के संबंध में जानकारी ली गयी।

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