NIA Raids: बांग्लादेशी अल-कायदा मामले में एनआईए की बड़ी कार्रवाई, 9 ठिकानों पर छापेमारी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बांग्लादेशी आतंकी समूह अल-कायदा से जुड़े मामले में बिहार के सिवान समेत नौ ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में बैंकिंग लेनदेन मोबाइल फोन डिजिटल उपकरण और आतंकी फंडिंग से जुड़े सबूत मिले हैं। एनआईए की जांच में पता चला है कि आरोपी जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर रहे थे और मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में सक्रिय थे।
राज्य ब्यूरो, पटना। बांग्लादेशी आतंकी समूह अल-कायदा से जुड़े देशविरोधी मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को बिहार के सिवान समेत नौ ठिकानों पर छापेमारी की। बिहार के अलावा जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम राज्यों में एनआईए की टीमों ने तलाशी ली। इसमें विस्तृत बैंकिंग लेनदेन, मोबाइल फोन सहित डिजिटल उपकरण और आतंकी फंडिंग गतिविधियों से संबंधित अन्य सबूत एवं आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं।
एनआईए की टीम ने सोमवार की सुबह पांच बजे सिवान के सराय थाना क्षेत्र के पुरानी किला पोखरा मोहल्ले में एक सब्जी विक्रेता के घर को खंगाला। इस दौरान सब्जी विक्रेता अख्तर अली और उनके दोनों पुत्र सुहैल अली एवं आमिर अली से गहन पूछताछ की गई। घर से एक मोबाइल को भी जब्त किया गया। पांच घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ के बाद जब एनआइए की पांच सदस्यीय टीम सब्जी विक्रेता के घर से बाहर निकली।
एनआईए की जांच के अनुसार, जिन संदिग्धों के परिसरों पर छापे मारे गए, वे बांग्लादेश स्थित अल-कायदा नेटवर्क के समर्थक हैं। यह तलाशी पिछले साल बांग्लादेश स्थित अल-कायदा के गुर्गों द्वारा रची गई साजिश के पर्दाफाश से जुड़ी है। पिछले साल नवंबर में, एनआईए ने चार बांग्लादेशी नागरिकों सहित पांच आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिनकी पहचान मो. सोजिब मियां, मुन्ना खालिद अंसारी उर्फ मुन्ना खान, अजरुल इस्लाम उर्फ जहांगीर और अब्दुल लतीफ उर्फ मोमिनुल अंसारी के रूप में हुई थी। पांचवां आरोपी फरीद भारतीय नागरिक था।
एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपियों ने गुप्त रूप से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जाली दस्तावेज खरीदे थे। वे भारत में मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, अल-कायदा की हिंसक विचारधारा को फैलाने, धन इकट्ठा करने और इन फंडों को अल-कायदा को हस्तांतरित करने में सक्रिय रूप से शामिल थे।
हिमाचल व जम्मू से लेन-देन के सबूत, खाता फ्रीज
सिवान: पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिता के साथ शहर के सब्जी मंडी में कारोबार करने वाले सुहैल अली का बैंक खाता छह माह पहले ही फ्रिज किया जा चुका है। खाते में हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर से लेनदेन के प्रमाण मिले थे, जिनमें से कुछ को एनआइए ने संदिग्ध माना है। सुहैल ने पूछताछ में इस लेनदेन को सब्जी व फल खरीद से संबंधित बताया था। अख्तर के दूसरे बेटे आमिर अली की शहर के तेलहट्टा बाजार में कपड़े की दुकान है।ये भी पढ़ें- Bihar Politics: 'तेजस्वी बैठेंगे एक नंबर की कुर्सी पर और दूसरे नंबर की कुर्सी...', सहनी ने कर दी कमिटमेंटये भी पढ़ें- आतंकवाद से निपटने के उपायों पर दो दिन चलेगा मंथन, अमित शाह करेंगे सम्मेलन का उद्घाटन
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