Move to Jagran APP

Bihar News: गया में नक्सलियों के 'आंख-कान' की तलाश में NIA, दो संदिग्धों से की पूछताछ; छापेमारी से मचा हड़कंप

एनआईए ने गया के टिकारी में छापेमारी कर एक युवक को हिरासत में लिया है। युवक पर शीर्ष नक्सली नेताओं प्रमोद मिश्रा अनिल यादव और विनोद मिश्रा के साथ संपर्क रखने का आरोप है। तीनों नक्सली नेता पिछले साल टिकारी से गिरफ्तार किए गए थे और अभी बेउर जेल में बंद हैं। एनआईए इस मामले में उनकी संपर्क सूत्रों की तलाश कर रही है।

By Jagran News Edited By: Mohit Tripathi Updated: Thu, 29 Aug 2024 11:40 AM (IST)
Hero Image
एनआइए ने टिकारी में शीर्ष नक्सली नेता के संपर्क सूत्रों को खंगाला। (सांकेतिक फोटो)
संवाद सूत्र, टिकारी (गया)। गया के टिकारी में बीते साल अगस्त महीने में हुडरही गांव से शीर्ष नक्सली नेता भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा, सब-जोनल कमेटी सदस्य अनिल यादव उर्फ अंकुश एवं नक्सली समर्थक विनोद मिश्रा की गिरफ्तारी किया था। बुधवार को एनआइए टीम एक बार फिर उनके संपर्क सूत्रों को खंगालने टिकारी पहुंची।

एनआईए ने टिकारी के तिताईगंज मोहल्ले में एक युवक को उसके नाम से निर्गत मोबाइल नंबर के आधार पर पूछताछ के लिए उठाया। युवक ने उक्त मोबाइल नंबर का उपयोग उसके मित्र विकास द्वारा करने की बात बताई गई।

इसके बाद एनआइए की टीम ने तिताईगंज के ही निवासी विकास को उठाया और टिकारी थाने में घंटों पूछताछ व जानकारी ली।

मिली जानकारी के मुताबिक, यह मोबाइल नंबर एनआइए की रडार पर था, इससे कई संदिग्ध नंबरों पर बातचीत की गई है।

एनआइए की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, गया जिले के दो जगहों पर छापेमारी कर तालाशी ली गई। विकास का मोबाइल जब्त कर लिया गया, उसको पूछताछ के लिए चार सितंबर को पुन: एनआइए कार्यालय बुलाया गया है।

बेउर जेल में बंद हैं तीनों नक्सली नेता

विगत वर्ष टिकारी थानाक्षेत्र के हुड़रही गांव से प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के तीन नेताओं को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।

ये तीनों प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा, अनिल यादव उर्फ अंकुश और विनोद मिश्रा अभी पटना के बेउर जेल में बंद हैं।

ये सीपीआइ (माओवादी) को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने की साजिश में सक्रिय रूप से शामिल पाए गए। इसके लिए कैडरों की भर्ती करने और लेवी वसूलने की प्रक्रिया में थे।

एनआइए ने इस साल फरवरी में पटना की विशेष अदालत में प्रमोद मिश्रा और अनिल यादव के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।

यह भी पढ़ें: Gaya News: गया में अब तक सबसे बड़ा साइबर फ्रॉड, CBI बनकर डॉक्टर से 4 करोड़ 40 लाख की ठगी; 123 अलग-अलग अकाउंट फ्रीज

बिहार के नए डीजीपी की रेस में कौन मारेगा बाजी? विधानसभा चुनाव से पहले नए IPS अफसर की तलाश तेज

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।