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Nirbhaya Case: दरिंदों की फांसी के साथ ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में निर्भया, सोशल मीडिया बोला- अच्‍छा हुआ

Nirbhaya Case निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद यह मामला ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में है। सोशल मीडिया में निर्भया के समर्थन में प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।

By Amit AlokEdited By: Updated: Fri, 20 Mar 2020 12:49 PM (IST)
Nirbhaya Case: दरिंदों की फांसी के साथ ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में निर्भया, सोशल मीडिया बोला- अच्‍छा हुआ
पटना, जेएनएन। निर्भया सामूहिक दुष्‍कर्म व हत्‍याकांड मामले के दोषियों को शुक्रवार की सुबह दिल्‍ली के तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। इसक साथ ही यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। भारत में ट्विटर के टॉप सात ट्रेंड्स में निर्भया मामला ही छाया हुआ है। दरिंदों को फांसी की सजा दिए जाने पर यूजर्स तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।

आज सुबह दरिंदों को दी गई फांसी

विदित हो कि 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्‍ली में एक फिजियोथिपिस्‍ट लड़की निर्भया (काल्‍पनिक नाम) के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म किया गया था। दरिंदों ने इस दौरान उसे जबरदस्‍त शारीरिक यातना दी। इस कारण बाद में उसकी मौत हो गई। इस मामले के एक दोषी नाबालिग निकला, जिसे कुछ साल जेल की सजा के बाद रिहा कर दिया गया। शेष पांच में एक आरोपित राम सिंह ने ट्रायल के दौरान ही तिहाड़ जेल में आत्‍महत्‍या कर ली। अन्‍य चार विनय शर्मा, अक्षय ठाकुर, पवन गुप्ता और मुकेश को दोषी करार दिया गया। शुक्रवार 20 मार्च की सुबह उन्‍हें फांसी दे दी गई।

फांसी के बाद टॉप ट्रेंड में निर्भया

दरिंदों को फांसी के बाद यह मामला ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में है। #NirbhayaVerdict, #NirbhayaJustice, #NirbhayaCase, #NirbhayaNyayDivas, #nirbhayaconvicts, #Four Nirbhaya, #2012 Delhi, #JusticeForNirbhaya एवं #nirbhayabetrayed हैशटैग ट्विटर पर टॉप 10 में ट्रेंड कर रहे हैं। दरअसल टॉप 10 ट्रेंड में नौ निर्भया से ही संबंधित हैं।

सोशल मीडिया बोला- न्‍याय हुआ

निर्भया को न्‍याय मिलने को लेकर सोशल मीडिया में यूजर्स ने तरह-तरह के कमेंट्स किए हैं।

ट्विटर पर तरुण शांडिल्‍य (@tnjshandil) लिखते हैं कि भारत की बेटी निर्भश्‍या को आज न्‍याय मिला। सात साल पहले की काली रात आज उजाले में तब्‍दील हुई। ममता सहाय ने इस न्‍याय को पाने में निर्भया की मां की तारीफ की।

अदिति भारद्वाज ने ट्वीट किया है कि ऐसी और जीत की जरूरत है। दूसरी ओर सक्षम रंगा (@sakshamr30) ने लिखा है कि दुष्‍कर्म की घटनाएं रुकनी चाहिए, न कि दुष्‍कर्म व हत्‍या की ऐसी घटनाओं के बाद पीउि़त परिवार टूटे दिल से न्‍याय की जंग लड़े। हमें अपने बेटों व भाइयों को महिलाओं का सम्‍मान करना सिखाना पड़ेगा।

कुछ लोग न्‍याय में विलंब को ले सवाल भी उठाते नजर आए हैं। रामनारायण (@pradeep_kl) लिखते हैं कि

न्‍याय में इतना विलंब नहीं होना चाहिए। ऐसे मामलों में कुछ दिनों में ही न्‍याय होना चाहिए।

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