Bihar: जातीय गणना रिपोर्ट पर असली सियासी बवाल अभी बाकी! विधानसभा सत्र में अपना-अपना दांव चलते नजर आएंगी पार्टियां
Bihar Politics मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जाति आधारित गणना के आधार पर आरक्षण के दायरे में विस्तार या कोई अन्य निर्णय सभी दलों की सहमति से होगा। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि विधानसभा सत्र में चर्चा के दौरान भाजपा और सत्तारूढ़ महागठबंधन के नेताओं के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिल सकती है।
By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Wed, 11 Oct 2023 08:06 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, पटना। जातिगत गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद बिहार में 'जाति की राजनीति' गरमाई हुई है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जाति आधारित गणना के आधार पर आरक्षण के दायरे में विस्तार या कोई अन्य निर्णय सभी दलों की सहमति से होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि विधानमंडल के अगले सत्र में जाति आधारित गणना से जुड़ी सभी जानकारियों को सदन के पटल पर रखी जाएगी। इसमें यह भी बताया जाएगा कि किस जाति की आर्थिक स्थिति कैसी है।
बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जातिगत गणना रिपोर्ट पर विधानमंडल के दोनों सदनों में चर्चा कराई जाएगी। सरकार सभी सदस्यों की राय सुनेगी। उसके बाद कोई निर्णय होगा। अभी इस विषय पर हम कुछ नहीं बोलेंगे।
जातिगत गणना की भेंट चढ़ जाएगा विधानसभा का सत्र!
बिहार विधानसभा में जाति गणना रिपोर्ट पर होनेवाली चर्चा में इस बात की पूरी संभावना है कि भाजपा और सत्तारूढ़ महागठबंधन के नेताओं के बीच जुबानी जंग देखने को मिल सकती है।
चर्चा के दौरान एक तरफ जहां सत्तारूढ़ महागठबंधन राज्य के जातीय समीकरण को साधने की कोशिश करेगा। वहीं भाजपा मुस्लिम एंगल और ईबीसी के मुद्दे पर घेरती नजर आएगी।
उनके चाहने से कुछ नहीं होगा...
सभी क्षेत्रीय पार्टियों को समाप्त करने के भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के दावे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नड्डा के चाहने से कुछ नहीं होगा। अगले लोकसभा चुनाव के लिए हम सब विपक्षी दलों को एकजुट कर रहे हैं। जनता निर्णय लेगी। भाजपा से मुक्ति मिलेगी तो देश बहुत आगे बढ़ेगा।
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