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कांग्रेस के रवैये से नीतीश नाराज, I.N.D.I.A. को दिखाया आईना; कहा- केंद्र के विरुद्ध सबको एकजुट होने की जरूरत

Bihar Politics भाकपा की रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धैर्य टूट गया। उन्होंने कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त है गठबंधन में कोई काम नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी केंद्र में जो शासन चल रहा है उसके विरुद्ध सबको एकजुट होने की जरूरत है।

By Jagran NewsEdited By: Aysha SheikhUpdated: Fri, 03 Nov 2023 11:36 AM (IST)
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कांग्रेस के रवैये से नीतीश नाराज, I.N.D.I.A. को दिखाया आईना; कहा- केंद्र के विरुद्ध सबको एकजुट होने की जरूरत
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि आजकल वह आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस) पर ध्यान नहीं दे रही है।

कांग्रेस पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त है, गठबंधन में कोई काम नहीं हो रहा है। विपक्षी एकता के लिए कोई कोशिश नहीं की जा रही है। उन्हें पांच राज्यों के चुनाव की चिंता है।

टूट गया नीतीश कुमार का धैर्य

बिहार के महागठबंधन में दूसरी पारी के लगभग 450 दिन गुजारने के बाद गुरुवार को यहां आयोजित भाकपा की 'भाजपा हटाओ-देश बचाओ' रैली में उनका धैर्य टूट गया।

रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाया कि हम लोगों ने एकजुट हो कांग्रेस को आगे कर विपक्षी एकता की मुहिम को आगे बढ़ाया था, लेकिन उनको इसकी कोई चिंता नहीं है। सीट शेयरिंग तक पर चर्चा नहीं हुई। कांग्रेस के रवैये से चिढ़े होने के कारण ही उन्होंने कहा कि अब चुनाव के बाद कांग्रेस खुद ही सबको बुलाएगी।

विदित हो कि नीतीश ने मुंबई में आइएनडीआइए की बैठक के पहले भी साफ कहा था कि चुनाव कभी भी हो सकता है, इसलिए सीटों के बंटवारे पर जल्द से जल्द बात कर ली जाए। हालांकि, उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के बाद हम लोगों की बैठक होगी। हमने विपक्षी दलों से बातचीत की। सब एकजुट हैं।

केंद्र के विरुद्ध सबको एकजुट होने की जरूरत: नीतीश

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी केंद्र में जो शासन चल रहा है, उसके विरुद्ध सबको एकजुट होने की जरूरत है। कुछ लोग हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर विवाद पैदा करना चाहते हैं। गड़बड़ी करने वाले लोगों से सचेत रहने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि 2007 के बाद राज्य में कभी सांप्रदायिक विवाद नहीं हुआ। इस अवधि में ऐसी कोई परिस्थिति आई भी तो उसे नियंत्रित किया गया। आजादी की लड़ाई में जिनका योगदान नहीं रहा है, वे बापू के कार्यों को भुलाना चाह रहे हैं।

मीडिया पर केंद्र सरकार का नियंत्रण : नीतीश

भाकपा के मंच से नीतीश ने राज्य सरकार की उपलब्धियों की भी चर्चा की। इस क्रम में हर घर नल का जल, शिक्षा, हर घर बिजली आदि का उल्लेख किया।

कहा कि सरकार के अच्छे काम को देखने के लिए देश ही नहीं, विदेश के लोग भी आ रहे हैं। हमारी उपलब्धियों को मीडिया में जगह नहीं दी जाती है। अभी मीडिया पर केंद्र सरकार का नियंत्रण है।

कम्युनिस्टों के साथ पुराने संबंधों की दिलाई याद

उन्होंने कम्युनिस्टों के साथ अपने पुराने संबंधों की चर्चा की। विधानसभा चुनाव लड़ने के समय भाकपा-माकपा से मदद मिली। समाजवादी और कम्युनिस्ट एकसाथ मिल कर चलें तो देश का भला होगा। हम लोग एकसाथ मिलकर देश के लिए काम करेंगे।

मुख्यमंत्री ने रैली में महिलाओं की भागीदारी पर खुशी जाहिर की। यह पहला अवसर था जब वाम दलों की किसी रैली में मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया। इससे पहले इसी साल फरवरी भाकपा-माले के सम्मेलन के एक सत्र में नीतीश आमंत्रित थे, जिसमें उन्होंने गैर-भाजपा दलों की एकजुटता के लिए कांग्रेस से पहल का आग्रह किया था।

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