Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

I.N.D.I.A के काम आएगा नीतीश कुमार का 'गणित'? 6 दिसंबर की बैठक में इस खास फॉर्मूले पर होगी गहन चर्चा

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आईएनडीआईए को एक फॉर्मूला बताया है। यह फॉर्मूला बीजेपी के खिलाफ तैयार किया गया है। नीतीश कुमार का मानना है कि इस फॉर्मूले को अप्लाई किया गया तो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को शिकस्त दी जा सकती है। इसी फॉर्मूले पर अब आईएनडीआईए की अगली बैठक में विस्तार से चर्चा की जाएगी। हालांकि बैठक में नीतीश कुमार हिस्सा नहीं लेंगे।

By Arun AsheshEdited By: Rajat MouryaUpdated: Mon, 04 Dec 2023 10:37 PM (IST)
Hero Image
I.N.D.I.A के काम आएगा नीतीश कुमार का 'गणित'? 6 दिसंबर की बैठक में इस खास फॉर्मूले पर होगी गहन चर्चा

राज्य ब्यूरो, पटना। Nitish Kumar News पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस की ओर से बुलाई गई आईएनडीआईए की बैठक में बिहार का प्रतिनिधित्व राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जल संसाधन मंत्री संजय झा करेंगे।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छह दिसंबर को नई दिल्ली में यह बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। हालांकि खरगे ने नवंबर के पहले सप्ताह में टेलीफोन पर बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री को बताया था कि विधानसभा चुनाव के समाप्त होते ही आईएनडीआईए की बैठक होगी।

नीतीश के फॉर्मूले पर होगी चर्चा

अगले लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा इस बैठक का मुख्य मुद्दा हो सकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा को परास्त करने के लिए उसके एक उम्मीदवार के सामने विपक्ष का एक उम्मीदवार देने का फॉर्मूला दिया था। बैठक में उस पर चर्चा होगी।

राज्यवार उन सीटों की पहचान के लिए भी कोई तंत्र विकसित किया जाएगा, जिससे यह तय होगा कि किस सीट पर गठबंधन के किस दल की दावेदारी अधिक कारगर होगी। गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय दलों की इस मांग पर विचार किया जाएगा कि राज्यों में मजबूत क्षेत्रीय दल को ही लोकसभा चुनाव के समय नेतृत्व का अवसर दिया जाए।

नीतीश ने की थी भाजपा विरोधी दलों की एकजुटता की पहल

भाजपा विरोधी दलों की एकजुटता की पहल नीतीश कुमार ने की थी। इसकी पहली बैठक इस साल 23 जून को पटना में हुई थी। दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बंगलुरू में हुई हुई, जिसमें गठबंधन का नाम तय किया गया। 31 अगस्त और एक सितम्बर को मुंबई में हुई तीसरी बैठक में विभिन्न समितियों का गठन किया गया। ललन सिंह और तेजस्वी यादव को समन्वय समिति और संजय झा एवं संजय यादव को अभियान समिति में जगह दी गई।

ये भी पढ़ें- JDU सांसद हुए PM Modi के मुरीद! नीतीश कुमार से कर डाली बगावत; जाति के नाम पर दिखा दिया आईना

ये भी पढ़ें- लालू-नीतीश की सियासी जमीन खतरे में! चुनावी मैदान में कूदेंगे Prashant Kishor, लगा दी JDU में सेंध

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर