Bihar Politics: पशुपति पारस के लिए नीतीश कुमार ने क्या किया? JDU ने बता दिया सब कुछ, चिराग पासवान को ऐसे मिली सीटें
Bihar Political News लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी तेज हो गई है। एनडीए में सीट शेयरिंग के बाद बिहार में बयानों का दौर जारी है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने पशुपति पारस को लेकर अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है। इसके साथ ही पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने चिराग पासवान को लेकर भी बड़ा बयान दिया है।
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Today एनडीए में सीट शेयरिंग (NDA Seat Sharing) के बाद बिहार की राजनीति पूरी तरह गरमा गई है। जहां चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी लोजपा रामविलास (LJPR) को पांच सीटें मिली, वहीं उनके चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) को एनडीए में एक भी सीट नहीं मिली। इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में बवाल शुरू हो गया। अब एनडीए के तमाम नेता इसको लेकर अपना स्टैंड क्लियर कर रहे हैं।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने चिराग पासवान के साथ समझौता किया- जदयू
बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी ने भी पशुपति पारस को लेकर सब कुछ क्लियर कर दिया है। जदयू (JDU) प्रवक्ता नीरज कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व एनडीए के घटक दलों से बात कर रहे थे, इसमें जदयू की कोई भी भूमिका नहीं रही। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने चिराग पासवान के साथ समझौता किया।
#WATCH | Patna, Bihar: On RLJP President Pashupati Kumar Paras, JDU leader Neeraj Kumar says, " BJP's central leadership was having discussions with its allies. JDU has no role in it. BJP allied with Chirag Paswan, Pashupati Kumar Paras can only say what will be his decision.… pic.twitter.com/tp9smzOIfF— ANI (@ANI) March 19, 2024
नीरज कुमार ने आगे कहा कि अब पशुपति पारस आगे क्या करेंगे? यह तो केवल वही बता सकते हैं। नीतीश कुमार ने सभी का सम्मान किया। उन्होंने पारस को बिहार मंत्री परिषद का सदस्य भी बनाया था। अब उनको (पशुपति पारस) फैसला लेना है कि वो क्या करेंगे। यह उनके और बीजेपी (BJP) के बीच का फैसला है। यह तो हमारा मसला ही नहीं है।
महागठबंधन में शामिल होंगे पशुपति
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सीट शेयरिंग से बेदखल हुए केंद्रीय मंत्री पशुपतिकुमार पारस जल्द ही मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देंगे। सीटों के बंटवारे की घोषणा के बाद पारस ने अपने सरकारी आवास पर पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की। इसमें राजग से नाता तोड़कर महागठबंधन में शामिल होने का फैसला लिया गया।
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