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Bihar Politics: नीतीश कुमार के सामने बड़ी चुनौती, छठे और सातवें चरण में इन 6 सीटों को बचाने की 'जंग'

छठे चरण का मतदान 25 मई को होगा। इस चरण में जदयू के प्रत्याशी वाल्मीकिनगर शिवहर गोपालगंज और सीवान लोकसभा क्षेत्र से हैं। वाल्मीकिनगर की सीट से जदयू के सुनील कुमार ने 2019 के उप चुनाव में सफलता हासिल की थी। वहीं शिवहर लोकसभा सीट इस बार के चुनाव में सीट शेयरिंग के तहत जदयू को मिली है। यह सीट पिछले कई आम चुनाव से भाजपा के पास रही है।

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Rajat Mourya Updated: Mon, 20 May 2024 02:33 PM (IST)
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नीतीश कुमार के सामने बड़ी चुनौती, छठे और सातवें चरण में इन 6 सीटों को बचाने की 'जंग'

भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। पांच चरणों का मतदान आज शाम 6 बजे समाप्त हो जाएगी। इसके बाद बचे दो चरणों के मतदान में जदयू की जंग अपनी छह सीटों को बचाने की है। सीट शेयरिंग के तहत जदयू को मिली 16 सीटों में आखिर दो चरणों की छह सीटें ऐसी हैं जिनमें एक शिवहर को छोड़ सभी पांच सीटों पर जदयू का कब्जा रहा है।

छठे चरण के तहत जदयू की चार सीटें हैं और सातवें यानी आखिरी चरण में जदयू की दो सीटें हैं। वहीं जदयू की दस सीटों पर वोटिंग पांच चरणों में पूरा हो चुका है।

जदयू के स्टार प्रचारक अभी चार सीटों पर सक्रिय

छठे चरण का मतदान 25 मई को होना है। इस चरण में जदयू के प्रत्याशी वाल्मीकिनगर, शिवहर, गोपालगंज और सीवान लोकसभा क्षेत्र से हैं। वाल्मीकिनगर की सीट से जदयू के सुनील कुमार ने 2019 के उप चुनाव में सफलता हासिल की थी।

वहीं, शिवहर लोकसभा सीट इस बार के चुनाव में सीट शेयरिंग के तहत जदयू को मिली है। यह सीट पिछले कई आम चुनाव से भाजपा के पास रही है। रमा देवी यहां से जीतती रही हैं। वहीं, जदयू ने शिवहर से लवली आनंद को अपना प्रत्याशी बनाया है। चुनाव के ठीक पहले वह जदयू में शामिल हुईं थीं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लवली आनंद के लिए शिवहर लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सभा कर चुके हैं। तीसरी सीट गोपालगंज लोकसभा क्षेत्र की है। यह सुरक्षित सीट है। यहां से 2019 के आम चुनाव में जदयू के डॉ. आलोक कुमार सुमन को जीत हासिल हुई थी। वह पहली बार चुनाव मैदान में उतरे थे और जीत गए।

इस बार भी जदयू ने गोपालगंज सीट से डॉ. आलोक कुमार सुमन को ही अवसर दिया है। छठे चरण की चौथी सीट सीवान है। यहां से भी पिछले लोकसभा चुनाव यानी 2019 में जदयू प्रत्याशी की ही जीत हुई थी। कविता सिंह को तब जदयू ने अपना उम्मीदवार बनाया था।

इस बार सीवान से जदयू ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है। कविता सिंह की जगह जदयू ने विजयलक्ष्मी कुशवाहा को अपना प्रत्याशी बनाया है। जदयू के स्टार प्रचारकों की टीम सीवान में लगातार सक्रिय है।

आखिरी चरण में जदयू की केवल दो सीटें

आखिरी यानी सातवें चरण के मतदान में जदयू के पास केवल दो सीटें हैं। एक सीट नालंदा है। नालंदा सीट पर पिछले कई आम चुनावों से लगातार जदयू को सफलता मिलती रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गृह जिले वाली इस सीट से जदयू ने पुन: कौशलेंद्र कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। पिछले चुनाव में भी कौशलेंद्र कुमार जदयू के प्रत्याशी थे।

आखिरी चरण मे जदयू के पास जो दूसरी सीट है वह जहानाबाद है। वर्ष 2019 के आम चुनाव में जदयू ने यहां से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी को अपना प्रत्याशी बनाया था। वह बड़ी मुश्किल से दो हजार से भी कम मतों से चुनाव जीते। इस बार भी जदयू ने चंद्रेश्वर चंद्रवंशी को ही अपना प्रत्याशी बनाया है।

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