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Nitish Kumar: जबरदस्त फॉर्म में 73 साल के नीतीश कुमार, बिहार से लेकर दिल्ली तक चलेगा सिक्का!

एनडीए में सीट शेयरिंग के तहत जदयू को 16 सीटें मिली थीं। मतगणना के तीन-चार घंटे के भीतर ही यह स्थापि्त हो गया कि जदयू सीटों के लिहाज से बिहार में सबसे बड़ा दल बन रहा। अपनी 16 सीटों में केवल तीन सीटों को छोड़ जदयू की बढ़त इतने बड़े अंतर से थी कि प्रतिद्नंद्वी के लिए कुछ सोचने समझने को नहीं था।

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Rajat Mourya Published: Tue, 04 Jun 2024 04:26 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2024 04:26 PM (IST)
जबरदस्त फॉर्म में 73 साल के नीतीश कुमार, बिहार से लेकर दिल्ली तक चलेगा सिक्का!

भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। बिहार में जदयू के जबरदस्त स्ट्राइक रेट ने एनडीए में नीतीश कुमार के कद को और बड़ा कर दिया। बिहार में 40 सीटों पर हुए लोकसभा चुनाव में जदयू सबसे बड़े दल के रूप में सामने आ गया। वहीं, नीतीश कुमार ने पार्टी के प्रत्याशियों व सीट को लेकर जो निर्णय लिए थे उस पर वोटरों ने अपनी सहमति की मुहर लगा दी।

दो बजे के पहले ही जदयू बिहार में सबसे बड़े दल के रूप में स्थापित हो गया

एनडीए में सीट शेयरिंग के तहत जदयू को 16 सीटें मिली थीं। मतगणना के तीन-चार घंटे के भीतर ही यह स्थापि्त हो गया कि जदयू सीटों के लिहाज से बिहार में सबसे बड़ा दल बन रहा। अपनी 16 सीटों में केवल तीन सीटों को छोड़ जदयू की बढ़त इतने बड़े अंतर से थी कि प्रतिद्नंद्वी के लिए कुछ सोचने समझने को नहीं था।

यानी एक दर्जन सीटों पर जदयू निर्णायक बढ़त के साथ था। शेष तीन सीटों पर भी जदयू को बढ़त थी पर वह दस हजार से नीचे की थी। वैसे तीन बजे के करीब जदयू की बढ़त 14 सीटों की हो गयी। किशनगंज में उसके प्रत्याशी पिछड़ गए।

इन जगहों पर जदयू का जश्न परिणाम से पहले ही शुरू हो गया

जदयू की 16 में 12 सीटें वोटों की संख्या दो बजे कुछ इस तरह की थी कि परिणाम के पहले ही जदयू कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना आरंभ कर दिया।

सुपौल में 80,394, वाल्मीकिनगर में 63,808, गोपालगंज में 74,339, झंझारपुर में 36,367, कटिहार में 39,882, बांका में 46.023, भागलपुर में 49,141, नालंदा में 42,035, शिवहर में 23,880, मुंगेर में 47, 666 व सीतामढ़ी में जदयू 19,565 मतों से आगे था। वहीं, सिवान, पूर्णिया में जदयू दस हजार से कम मतों से आगे था। किशनगंज में जदयू दस हजार से कम मतों से पीछे था।

महिला और अतिपिछड़ा वोट बैंक जदयू के लिए खड़ा रहा

यह कहा जाता रहा है कि महिला और अतिपिछड़ा वर्ग का वोट हमेशा से नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के लिए खड़ा रहता है। इस बार के चुनाव में भी यह दिखा। महिला वोटरों का जब मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में पहुंचना आरंभ हुआ तभी से यह कहा जाने लगा कि नीतीश कुमार का समीकरण रफ्तार पकड़ रहा। इसी तरह अतिपिछड़ा वर्ग जिसमें पचपनि्या वोट शामिल हैं, ने भी नीतीश कुमार के लिए खूब वोट किया।

इस कड़ी में सुपौल, झंझारपुर, वाल्मीकिनगर, गोपालगंज, बांका, मुंगेर व भागलपुर लोकसभा क्षेत्र का नाम ले सकते हैं। शाम तीन बजे ही झंझारपुपर में जदयू प्रत्याशी रामप्रीत मंडल की बढ़त 59 हजार की, सुपौल में जदयू प्रत्याशी दिलेश्वर कामत की 90 हजार की, वाल्मीकिनगर में जदयू प्रत्याशी सुनील कुमार की 78,926 की, नालंदा में कौशलेंद्र कुमार की 57,562 मतों का बढ़त थी।

नीतीश के नए फैसले पर वोटरों ने लगायी मुहर

नीतीश कुमार ने इस आम चुनाव के लिए कई नए फैसले लिए जिस पर वोटरों ने अपनी सहमति की मुहर लगा दी। सीतामढ़ी से उन्होंने जदयू के प्रत्याशी बदले, सीवान से प्रत्याशी बदले, शिवहर सीट लेकर वहां से लवली आनंद को खड़ा किया। इन सभी जगहों पर जदयू प्रत्याशी का प्रदर्शन शानदार रहा। वहीं जहानाबाद से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी को फिर से मैदान में जदयू प्रत्याशी के रूप में उतारने के फैसले को वोटरों ने नकार दिया।

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