Nitish Kumar : 'भितरघात करने वालों को चुनाव बाद...', भरी सभा में नीतीश ने किसको दे डाली चेतावनी? सियासी हलचल तेज
Bihar Politics In Hindi लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हैं। उन्होंने समस्तीपुर और लखीसराय में एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भीतरघात करने वाले लोगों को साफ तौर पर चेतावनी दे डाली। हमलोगों के उम्मीदवार के साथ कोई बाएं-दाएं गड़बड़ी कर रहा है। चुनाव के बाद उससे मुक्ति ले लेंगे।
जागरण टीम, कल्याणपुर (समस्तीपुर)/लखीसराय। Bihar Politics In Hindi मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पार्टी में भितरघात करने वालों को स्पष्ट चेतावनी दी। किसी का नाम लिए बिना कहा कि हमलोगों के उम्मीदवार के साथ कोई बाएं-दाएं गड़बड़ी कर रहा है।
चुनाव के बाद उससे मुक्ति ले लेंगे। इधर-उधर नहीं करना है। सभी मिलकर समस्तीपुर से एनडीए प्रत्याशी शांभवी के लिए काम करें। इस दौरान उन्होंने लोगों से साथ देने की हामी भी ली।
दरअसल, कल्याणपुर के कालाजार परिसर में आयोजित चुनावी सभा में स्थानीय जदयू (JDU) विधायक व मंत्री महेश्वर हजारी नहीं थे। सभा में उपस्थित उनके भाई राजेश्वर हजारी ने मंच से ही निशाना साधते हुए कहा कि यह गंभीर बात है कि मंत्री रहते हुए महेश्वर हजारी आज दूसरी पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं।
लालू-राबड़ी के कार्यकाल पर निशाना साधा
बता दें कि समस्तीपुर लोकसभा सीट से जदयू (JDU) विधायक के पुत्र सन्नी हजारी कांग्रेस से मैदान में हैं। मुख्यमंत्री रविवार को एनडीए प्रत्याशी समस्तीपुर के कल्याणपुर में शांभवी व लखीसराय में राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के पक्ष में किया चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए लालू-राबड़ी (Lalu Yadav) के कार्यकाल पर निशाना साधा। कहा कि उनके राज में शिक्षा, स्वास्थ्य की व्यवस्था ठीक नहीं थी। सड़कें खराब थीं। शाम को लोग डर से घर से नहीं निकलते थे। हमलोगों को जब मौका मिला तो सबके हित में काम किया।
पांचवीं कक्षा बाद लड़कियां पढ़ नहीं पाती थीं- नीतीश कुमार
Bihar News नीतीश ने आगे कहा कि हमसे पहले 15 साल जिनको मौका मिला, उन्होंने सात साल खुद और सात साल पत्नी को सीएम बना दिया। पांचवीं कक्षा बाद लड़कियां पढ़ नहीं पाती थीं। हमलोगों ने पढ़ाई की व्यवस्था की। साइकिल योजना शुरू की।
उन्होंने कहा कि छात्राओं को इंटर पास करने पर 25 हजार व स्नातक पास करने पर 50 हजार रुपये दिए जा रहे। पहले पीएचसी में एक महीने में 30 से 40 लोग आते थे। आज हर महीने 11 हजार मरीज पहुंच रहे हैं।उन्होंने कहा कि जब वे लोग थे, तब हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता रहता था। जब हम आए तब झगड़ा बंद कराया। मुस्लिम हित में किए गए कार्यों को गिनाया। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व में पति पत्नी की सरकार में नौ बच्चे पैदा लिए। वे लोग तब से बिहार की जनता के लिए नहीं बल्कि अपने परिवार के लिए काम कर रहे हैं।
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