Nitish Kumar Resigns: नीतीश कुमार का सियासी सफर... मैकेनिकल इंजीनियर से दिग्गज राजनेता तक
नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज है। राष्ट्रीय जनता दल में भी खलबली मची हुई है। नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारकर बीजेपी के साथ जाने का फैसला लिया है। नीतीश कुमार का सियासी सफर बिल्कुल रोलर कोस्टर राइड की तरह रहा है। इस आर्टिकल में जानिए उनके बारे में अहम बातें।
डिजिटल डेस्क, पटना। Nitish Kumar Resigns नीतीश कुमार ने महीनों की राजनीतिक जद्दोजहद के बाद 28 जनवरी को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। अब वह महागठबंधन सरकार से अलग हो चुके हैं। सीएम नीतीश कुमार अब एक बार फिर एनडीए में जाएंगे। बीजेपी के विधायकों से उन्हें समर्थन की चिट्ठी मिलेगी और नई सरकार का गठन होगा। इस सरकार में दो डिप्टी सीएम भी हो सकते हैं।
ये तो था मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम, अब हम आपको बताएंगे नीतीश कुमार के सियासी सफर और उनकी निजी जिंदगी के बारे में-
नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को बख्तियारपुर, बिहार में कविराज राम लखन सिंह (पिता) और परमेश्वरी देवी (मां) के घर हुआ था। उनके पिता एक आयुर्वेदिक चिकित्सक थे। नीतीश कुमार ने बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (वर्तमान एनआईटी पटना) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। राजनीति में आने से पहले वह बिहार राज्य विद्युत बोर्ड से जुड़े थे।
अपने शुरुआती वर्षों में नीतीश कुमार जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, एस.एन. सिन्हा, कर्पूरी ठाकुर और वी.पी. सिंह के साथ जुड़े थे। 1974 से 1977 तक उन्होंने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में भाग लिया और सत्येन्द्र नारायण सिन्हा के नेतृत्व वाली जनता पार्टी में शामिल हो गए।
उन्होंने कुछ समय के लिए केंद्रीय रेल मंत्री, भूतल परिवहन मंत्री और कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया। गैसल ट्रेन दुर्घटना (2 अगस्त 1999) के बाद, उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। केंद्रीय रेल मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने आंतरिक टिकट बुकिंग सुविधा (2002) और टिकटों की तत्काल बुकिंग के लिए तत्काल योजना सहित व्यापक सुधार लाए।
2004 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने दो निर्वाचन क्षेत्रों (नालंदा और बाढ़) से चुनाव लड़ा। वह अपने पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्र बाढ़ से हार गए लेकिन नालंदा से जीत गए। मार्च 2000 में वे पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री चुने गए। नवंबर 2010 में वह दूसरी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने।
हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने 17 मई 2014 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और पार्टी के प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी ली। उनकी जगह जनता दल (यूनाइटेड) के जीतन राम मांझी ने ली।2015 में उन्हें फिर से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। जब तेजस्वी यादव (बिहार के डिप्टी सीएम) पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो नीतीश कुमार ने उन्हें कैबिनेट से इस्तीफा देने के लिए कहा, जिससे राजद ने इनकार कर दिया। इनकार के बाद नीतीश कुमार ने 26 जुलाई, 2017 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे महागठबंधन समाप्त हो गया और प्रमुख विपक्ष, एनडीए में शामिल हो गए। वह फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बने और आज तक इस पद पर कार्यरत हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।नीतीश कुमार का निजी जीवन
22 फरवरी 1973 को नीतीश कुमार मंजू कुमारी सिन्हा के साथ विवाह बंधन में बंधे। इस जोड़े ने एक बेटे, निशांत कुमार को जन्म दिया। 14 मई 2007 को मंजू कुमारी सिन्हा की निमोनिया के कारण नई दिल्ली में मृत्यु हो गई।नीतीश कुमार को मिले पुरस्कार
- बिहार में शराबबंदी के लिए 2017 में अणुव्रत पुरस्कार
- 2013 में जेपी मेमोरियल अवॉर्ड
- 'फॉरेन पॉलिसी मैगजीन' 2012 के शीर्ष 100 वैश्विक विचारकों में 77वां स्थान
- औद्योगिक और सामाजिक शांति के लिए 2011 में एक्सएलआरआई, जमशेदपुर सर जहांगीर गांधी पदक
- एमएसएन इंडियन ऑफ द ईयर 2010
- 2010 में एनडीटीवी इंडियन ऑफ द ईयर- (राजनीति श्रेणी)
- 2010 में फोर्ब्स इंडिया के पर्सन ऑफ द ईयर
- सीएनएन-आईबीएन इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड- 2010 (राजनीति श्रेणी)
- एनडीटीवी इंडियन ऑफ द ईयर- 2009 (राजनीति)
- 2009 में इकोनॉमिक्स टाइम्स बिजनेस रिफॉर्मर ऑफ द ईयर
- रोटरी इंटरनेशनल पोलियो उन्मूलन चैम्पियनशिप पुरस्कार 2009
- सीएनएन-आईबीएन ग्रेट इंडियन ऑफ द ईयर- 2008 में (राजनीति)