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'गरीबों की जमीन छीनकर लैंड बैंक बनाना चाहते हैं नीतीश कुमार,' बिहार CM पर ये क्या आरोप लगा गए दीपंकर भट्टाचार्य

सीपीआईएमएल के बदलो बिहार न्याय सम्मेलन में कार्यकर्ताओं ने बिहार में बदलाव की लड़ाई तेज करने का संकल्प लिया। महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन के लिए अभी से संघर्ष तेज करें। उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस समय बिहार में बांध टूट रहे थे नीतीश कुमार चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे थे।

By Dina Nath Sahani Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 27 Oct 2024 05:39 PM (IST)
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भाकपा माले के न्याय सम्मेलन में बिहार में बदलाव की लड़ाई तेज करने का संकल्प। (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, पटना। भाकपा माले की ओर से रविवार को मिलर हाईस्कूल मैदान में आयोजित बदलो बिहार न्याय सम्मेलन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की भागीदारी हुई। इसमौके पर नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ बिहार में बदलाव की लड़ाई तेज करने का संकल्प लिया।

माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में सत्ता परिर्वतन के लिए अभी से संघर्ष तेज करें। राज्य और केंद्र की सरकारें अहंकारी हैं, उसे जनता से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए बिना समय गंवाए जनता के बीच एनडीए की सरकार की पोल खोलें।

दीपंकर ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जिस समय बिहार में बांध टूटा, उस समय पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे थे।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भूमि आयोग की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डालने वाले नीतीश कुमार जमीन सर्वे के जरिए गरीबों से जमीन छीनकर लैंड बैंक बनाना चाहते हैं, ताकि उसे कंपनियों को दिया जा सके।

उन्होंने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर से जनता के पैसे को लूटा जा रहा की है बल्कि यह एक संगठित भ्रष्टाचार की उपज है। तभी तो आज नीतीश सरकार के अधिकारी जेल जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से कहा कि जो जिस जमीन पर बसा है उसको पहले जमीन का पर्चा दो, तब भूमि सर्वे कराओ।

सांसद राजाराम सिंह ने सम्मेलन में आरोप लगाया कि भाजपा देश के संसाधनों को पूंजीपतियों को दे रही है और नीतीश कुमार समर्थन दे रहे हैं। सासंद सुदामा प्रसाद ने कहा कि कृषि बजट का लाभ बटाईदारों को भी मिलना चाहिए।

पार्टी के अन्य नेताओं ने सम्मेलन में हुंकार भरते हुए कहा कि सरकार द्वारा एक माह में स्मार्ट मीटर वापस नहीं हुआ तो बिहार बंद होगा। मंच का संचालन ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी ने किया। पार्टी के राज्य कमेटी के सदस्य रणविजय कुमार ने दस सूत्री राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

सम्मेलन को इन विधायकों व नेताओं ने किया संबोधित

माले पोलित ब्यूरो के सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, रामजी राय, मंजू प्रकाश, पार्टी विधायक दल के नेता महबूब आलम, विधायक महानंद सिंह, अजीत कुशवाहा, अमरजीत कुशवाहा, रामबलि सिंह यादव, सत्यदेव राम, बीरेंद्र गुप्ता, संदीप सौरभ, गोपाल रविदास, विधान पार्षद शशि यादव, धीरेन्द्र झा, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय, निरंजन कुुमार, राजू यादव, आफताब आलम, केडी यादव, प्रदीप सिंह।

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