नीतीश कुमार और लालू यादव फिर से होंगे साथ? तेजस्वी यादव के जवाब का तरीका बदला नजर आया
Nitish Kumar and Tejashwi Yadav बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रणनीति का अंदाजा लगाना कभी भी आसान नहीं रहा है। चार साल के बाद अचानक से नीतीश कुुमार की तेजस्वी यादव से दूरियां मिटती दिखीं तो बिहार में हलचल तेज हो गई है।
पटना, एएनआइ/आनलाइन डेस्क। Bihar Politics: इफ्तार पार्टी के बहाने चार साल के लंबे अंतराल के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी लालू यादव और राबड़ी देवी के आवास क्या पहुंचे, राजनीतिक माहौल पूरी तरह गर्म हो गया है। नीतीश कुमार का यह कदम बिल्कुल सामान्य बताया भले जा रहा हो, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक ऐसा मानते नहीं हैं। ऐसा इसलिए भी कि एक दिन बाद ही अमित शाह पटना आ रहे हैं। चर्चा खड़ी हो गई है कि क्या नीतीश कुमार, फिर से भाजपा का साथ छोड़कर महागठबंधन का हिस्सा बनने जा रहे हैं। इस राजनीतिक सवाल का तेजस्वी यादव ने बड़े सलीके से जवाब दिया है।
तेज प्रताप यादव ने एक हफ्ता पहले दिए थे संकेत
लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव सहित उनके परिवार के अन्य सदस्य भी कहते रहे हैं कि अब नीतीश कुमार के लिए उनके गठबंधन में कोई जगह नहीं है। नीतीश कुमार के लिए तेज प्रताप ने नो इंट्री का बोर्ड इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया था। लेकिन, एक हफ्ते पहले तेज प्रताप यादव ने अचानक नीतीश कुमार के लिए इंट्री का बोर्ड शेयर किया। राजनीतिक हलके में कयासों का दौर तब भी जोर पकड़ा था।
बड़े इत्मिनान में दिखे नीतीश कुमार
शुक्रवार को तेजस्वी यादव के बुलावे पर इफ्तार में शामिल होने पहुंचे नीतीश कुमार बड़े इत्मिनान में दिखे। वे अपने आवास से पैदल चलकर राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे और वहां अच्छा वक्त गुजारा। राबड़ी के आवास पर तेजस्वी ने उनका गेट तक जाकर स्वागत किया। यहां तेज प्रताप यादव बिल्कुल नीतीश कुमार की बगल में बैठे। नीतीश कुमार की तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव से काफी देर तक बातचीत हुई। तेजस्वी की बहन मीसा भारती, मां राबड़ी देवी और पत्नी राजश्री यादव भी नीतीश कुमार के करीब ही बैठी रहीं। यहां से निकलकर नीतीश कुमार फिर पैदल ही अपने आवास पहुंचे। दरअसल, दोनों नेताओं का आवास बिल्कुल आसपास है।
जानिए तेजस्वी यादव ने क्या कहा
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक जब उनसे पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार फिर से महागठबंधन में शामिल होने वाले हैं, तो उन्होंने जवाब बेहद सधे अंदाज में दिया। उन्होंने कहा कि इफ्तार के लिए उन्होंने जदयू, भाजपा सहित तमाम दलों के नेताओं को निमंत्रण दिया था। यह एक सामान्य परंपरा है। उन्होंने सीधे तौर पर सवाल को खारिज भी नहीं किया। उन्होंने अपने पिता लालू यादव को जमानत मिलने पर खुशी जताई।