'अब लालू और नीतीश भी समझ जाएं', INDIA गठबंधन में सीट बंटवारे पर कलह के बीच नित्यानंद ने विपक्ष को घेरा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर आईएनडीआईए गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर तनाव शुरू हो गया है। हाल ही में कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख अजय राय ने समाजवादी पार्टी से मध्य प्रदेश चुनाव से पीछे हटने को कहा था। उनका कहना था कि अखिलेश यादव की पार्टी का वहां कोई आधार नहीं है। ऐसे में भाजपा ने विपक्ष को घेरना शुरू कर दिया है।
डिजिटल डेस्क, पटना। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर तनातनी जारी है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने रविवार को अखिलेश यादव पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख को कांग्रेस को समझने में बहुत कम समय लगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि जल्द ही लालू यादव और नीतीश कुमार भी कांग्रेस के बारे में समझ जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव कांग्रेस को जल्द ही समझ गए, लेकिन हम पहले से ही उस पार्टी के बारे में जानते हैं। नित्यानंद राय ने आगे कहा कि भारत के विभाजन का कारण गरीबी और नफरत था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कभी भी शांति, एकता, संप्रभुता, समृद्धि या लोगों के कल्याण की चिंता नहीं थी।
लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के बाद लालू यादव और नीतीश कुमार को भी पता चल जाएगा कि कांग्रेस क्या है? पूरा देश कांग्रेस को समझ गया है, बस यही लोग देर से समझ रहे हैं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर आईएनडीआईए गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
समाजवादी पार्टी का मध्य प्रदेश में नहीं है कोई आधार
उत्तर प्रदेश ईकाई के कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने समाजवादी पार्टी को एमपी इलेक्शन में केवल कांग्रेस को सपोर्ट करने को कहा था। उन्होंने सीट को लेकर साफ तौर पर कहा कि अखिलेश यादव की पार्टी का वहां कोई आधार नहीं है।
अजय राय ने कहा कि अगर आप (अखिलेश यादव) आईएनडीआईए गठबंधन का हिस्सा हैं तो आपको देखना होगा कि हर राज्य में क्या स्थिति है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच लड़ाई है, इसलिए सपा को कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि उनके पास केवल एक विधायक था और वहां वह भी भाजपा में शामिल हो गया। इसके जवाब में अखिलेश यादव ने अजय राय और कांग्रेस को खूब सुनाया।