Move to Jagran APP

अब पटना में 23 जून को होगी विपक्षी दलों की महाबैठक: राहुल-ममता के शामिल होने पर जदयू अध्‍यक्ष ने दिया यह जवाब

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि खरगे और राहुल के अलावा सभी विपक्षी दलों ने 23 जून की बैठक में सम्मिलित होने पर सहमति दे दी है।

By Arun AsheshEdited By: Deepti MishraUpdated: Wed, 07 Jun 2023 10:31 PM (IST)
Hero Image
भाजपा के खिलाफ 23 जून को पटना में लगेगा विपक्ष का जमावड़ा।
राज्य ब्यूरो, पटना : लोकसभा चुनाव में भाजपा को देश से हटाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से बुलाई गई विपक्षी दलों की महाबैठक अब 23 जून को पटना में होगी।  इस महाबैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल होंगे।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि खरगे और राहुल के अलावा सभी विपक्षी दलों ने 23 जून की बैठक में सम्मिलित होने पर सहमति दे दी है। कुछ नेताओं की व्यस्तता के चलते 12 जून को प्रस्तावित बैठक टाल दी गई।

महाबैठक में कौन-कौन से नेता आएंगे?

ललन सिंह ने बताया कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा, माकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी एवं भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने 23 जून को आने के लिए सहमति दे दी है।

जदयू अध्‍यक्ष ने कहा कि देश में अघोषित आपातकाल लागू है। केंद्र सरकार के खिलाफ कोई कुछ बोले तो केंद्रीय एजेंसियां उसके खिलाफ कार्रवाई करने लगती हैं। विपक्षी दलों की 23 जून की बैठक से ही भाजपा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत हो जाएगी।

इस दौरान, तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के प्रयास से भाजपा विरोधी दल एक मंच पर बैठ रहे हैं। राय यह बनी थी कि सभी दलों के प्रधान इस बैठक में सम्मिलित होकर ठोस रणनीति बनाएं। देश बुरे दौर से गुजर रहा है।

सरकार बनाते समय ही रखा था लक्ष्य

उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के समय ही लक्ष्य रखा गया था कि समान विचारधारा वाले दलों को एक मंच पर लाया जाए। अब यह लक्ष्य पूरा होने जा रहा है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि इस प्रयास में नीतीश कुमार ने देश भर के विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। कई भेंट-वार्ता में हम भी उनके साथ थे। विपक्षी दलों की बैठक का सकारात्मक परिणाम निकलेगा। देश से तानाशाही का अंत हो जाएगा।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।