Bihar: NOU समेत किसी भी यूनिवर्सिटी में दूरस्थ शिक्षा में नहीं होगा एडमिशन, अब छात्रों के पास बस ये विकल्प
Distance Education in Bihar बिहार की यूनिवर्सिटी में डिस्टेंस एजुकेशन लेने की चाह रखनेवाले छात्रों के लिए बुरी खबर है। राज्य के किसी भी पारंपिरक विश्वविद्यालयों के दूरस्थ शिक्षा केंद्रों में इस सत्र में नामांकन नहीं होगा। (यूजीसी) के दूरस्थ शिक्षा ब्यूरो ने नैक एक्रिडेशन के अभाव में नालंदा खुला विश्वविद्यालय को सत्र 2023-24 में नामांकन की अनुमति नहीं दी है। यही हाल पीयू और LNMU का भी है।
By Jagran NewsEdited By: Roma RaginiUpdated: Wed, 05 Jul 2023 07:42 AM (IST)
जयशंकर बिहारी, पटना। नालंदा खुला विश्वविद्यालय (एनओयू) सहित राज्य के किसी भी पारंपिरक विश्वविद्यालयों के दूरस्थ शिक्षा केंद्रों में इस सत्र में नामांकन नहीं होगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दूरस्थ शिक्षा ब्यूरो ने नैक एक्रिडेशन के अभाव में नालंदा खुला विश्वविद्यालय को सत्र 2023-24 में नामांकन की अनुमति नहीं दी है।
वहीं, पटना विश्वविद्यालय और ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरंभगा की मान्यता नैक एक्रिडेशन में ए ग्रेड नहीं होने के कारण बहाल नहीं की जा सकी है। मगध विश्वविद्यालय और बाबा साहब आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय की मान्यता अनियमितता को लेकर पहले ही स्थगित की जा चुकी है।
नैक एक्रिडेशन में ग्रेड ए के अभाव में उक्त दोनों विश्वविद्यालय आवेदन की पात्रता गंवा चुके हैं। एनओयू के कुलपति प्रो. केसी सिन्हा ने बताया कि सत्र 2023-24 में मान्यता बहाल करने के लिए यूजीसी से संपर्क किया गया है। नैक एक्रिडेशन के लिए सेल्फ असेस्मेंट रिपोर्ट (एसएसआर) जमा की जा चुकी है।
पीयर टीम के निरीक्षक के बाद एक्रिडेशन मिल जाएगा। इस सत्र में नामांकन की पूरी संभावना है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के अनुसार दूसरे राज्य के ओपन यूनिवर्सिटी किसी दूसरे राज्य में अपना केंद्र संचालित नहीं कर सकते हैं। राज्य के छात्रों को दूरस्थ शिक्षा से कोर्स के लिए फिलहाल इग्नू का ही विकल्प है।
2020 तक करा लेना था नैक एक्रिडेशन
नालंदा खुला विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार सह दूरस्थ शिक्षा केंद्र के नैक एक्रिडेशन गाइडलाइन कमेटी के सदस्य रहे डॉ. एसपी सिन्हा ने बताया कि यूजीसी ने 2017 में सभी ओपन यूनिवर्सिटी को मान्यता के लिए हर हाल में 2020 तक नैक एक्रिडेशन की प्रक्रिया पूरी कर लेने के लिए पत्र जारी किया था।कोरोना महामारी के कारण इसे बढ़ाकर जून, 2023 कर दिया गया। वहीं, दूरस्थ शिक्षा केंद्र अधिनयिम-2017 के अनुसार रेगुलर कोर्स संचालित करने वाले वैसे विश्वविद्यालयों को ही दूरस्थ शिक्षा केंद्र संचालित करने की अनुमति दी जाएगी, जो नैक एक्रिडेशन में ए ग्रेड प्राप्त किए हुए हैं।
पीयू के दूरस्थ शिक्षा केंद्र के निदेशक डॉ. सलिम जावेद ने बताया कि 2020 के बाद स्नातक कोर्स में किसी विद्यार्थी का नामांकन मान्यता के अभाव में नहीं लिया गया है।
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