Move to Jagran APP

Liquir Ban के बावजूद बिहार में शराब पीने वाले नहीं जाएंगे जेल, पर पूरी करनी होगी ये शर्त, नीतीश सरकार का फैसला

बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। शराब के बड़े धंधेबाजों एवं माफिया की कमर तोड़ने के लिए सरकार अब शराब पीने वालों को जेल नहीं भेजेगी। हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें भी तय कर दी गई हैं।

By Vyas ChandraEdited By: Updated: Tue, 01 Mar 2022 09:48 AM (IST)
Hero Image
शराब पीकर पकड़ाने पर नहीं जाएंगे जेल। सांकेतिक तस्‍वीर

पटना, राज्‍य ब्‍यूरो। राज्य में शराब पीते हुए पकड़े जाने पर जेल नहीं जाना पड़ेगा। बशर्ते, शराब पीने वाला व्यक्ति शराब के स्रोत की जानकारी दे दे। यानी यह बता दे कि उसे शराब कहां और किससे शराब मिली। इसके बाद अगर पुलिस या उत्पाद विभाग की कार्रवाई में बताई गई जगह से शराब बरामद हो जाती है या शराब बेचने वाला पकड़ा जाता है, तो शराब पीने वाले को जेल नहीं भेजा जाएगा। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक  (ACS KK Pathak) के निर्देश पर सभी जिलों के उत्पाद अधीक्षकों को भी इस बाबत निर्देश जारी कर दिया गया है। 

शराब बेचने वाले का पता बताया तो मिलेगी कानूनी मदद 

उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी (Excise Commissioner B Kartikay Dhanji) ने सोमवार को सचिवालय स्थित विभागीय सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि शराब बेचने वालों का पता बताने वालों की कानूनी प्रक्रिया के तहत पूरी मदद की जाएगी। इसका उद्देश्य शराब के अवैध कारोबार की जड़ तक पहुंचना है। दरअसल, शराब के विरुद्ध अभियान में जेल जाने वालों में शराब पीने वालों की संख्या अधिक थी। नए निर्देश का मकसद शराब बेचने वालों को जेल भेजना है। शराब पीने वालों की निशानदेही पर गिरफ्तारी होने पर तस्करों में भी खौफ बढ़ेगा। 

अब शुरू होगा गिरफ्तारी अभियान 

होली को देखते हुए विशेष छापेमारी अभियान भी चलाया जा रहा है। खासकर रात के दौरान ड्रोन से छापेमारी की जा रही है। उत्पाद आयुक्त ने बताया कि अभी तक ड्रोन, हेलीकाप्टर आदि की मदद से आपरेशन सर्च एंड डिस्ट्राय यानी शराब खोजो और नष्ट करो अभियान चल रहा था। अब इसकी जगह अफसरों को सर्च एंड अरेस्ट यानी खोजो और गिरफ्तार करो अभियान शुरू करने का निर्देश दिया गया है। इसमें हेलीकाप्टर और ड्रोन की मदद से अवैध शराब के अड्डों का पर्दाफाश कर तस्करों की गिरफ्तारी पर भी फोकस होगा। इसके अलावा हर जिले में ऐसे लोग भी चिन्हित किए जाएंगे जो शराब के अवैध निर्माण से जुड़े हैं और बार-बार यह अपराध कर रहे हैं। 

34 ड्रोन, तीन हेली ड्रोन और एक हेलीकाप्टर से आपरेशन

शराब के विरुद्ध अभियान में 34 ड्रोन को लगाया गया है, जो अलग-अलग जिलों में छापेमारी कर रहे हैं। इसके अलावा तीन हेलीड्रोन और एक हेलीकाप्टर की मदद से गंगा दियारा क्षेत्र में निगरानी रखी जा रही है। जलमार्ग से शराब तस्करी रोकने को नदी गश्ती भी की जा रही है। जल्द ही चार हाई स्पीड बोट की उपलब्धता भी हो जाएगी। इसके अलावा पटना, भोजपुर, सारण, वैशाली और पश्चिम चंपारण में एक-एक सेटेलाइट फोन भी उपलब्ध कराया गया है, जो हेलीकाप्टर व ड्रोन से अभियान के दौरान संपर्क करने में मदद करेगा। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।