Bihar Sand News: बिहार में अब ऑनलाइन खरीद सकेंगे बालू, खराब होने पर वापस कर सकेंगे
Bihar Sand News बिहार में अगले महीने से सरकार ऑनलाइन बालू खरीदने की सुविधा देगी। बिहार स्टेट माइनिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएसएमसी) के माध्यम से यह कार्य होगा। ऑनलाइन खरीदा गया बालू गुणवत्तापूर्ण न होने की स्थिति में वापस भी किया जा सकेगा। आने वाले दिनों में ऑनलाइन की सुविधा में बालू के बाद ईट और गिट्टी को भी शामिल जाएगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में अगले महीने से सरकार ऑनलाइन बालू खरीदने की सुविधा देगी। बिहार स्टेट माइनिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएसएमसी) के माध्यम से यह कार्य होगा। ऑनलाइन खरीदा गया बालू गुणवत्तापूर्ण न होने की स्थिति में वापस भी किया जा सकेगा। आने वाले दिनों में ऑनलाइन की सुविधा में बालू के बाद ईट और गिट्टी को भी शामिल जाएगा।
इस पूरी योजना का उद्देश्य लोगों को आसानी से उचित दरों पर बालू उपलब्ध कराना है। यह जानकारी शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री सह खान एवं भूतत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा और विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दी।
इससे पहले, उप मुख्यमंत्री ने विभाग में नए बने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन भी किया। जिसका मकसद बालू की अवैध निकासी, ढुलाई और बिक्री पर लगाम लगाना है।
प्रदेश के पर्याप्त बालू भंडार
मंत्री सिन्हा ने कहा कि राज्य में 891 बालू घाट हैं। इनमें 488 पीले और 403 सफेद बालू घाट हैं। मानसून को देखते हुए 15 जून से बालू खनन पर रोक प्रभावी की गई है। 15 जून से पहले 185 घाटों से बालू निकासी हो रही थी। चूंकि नदियों से खनन बंद रहेगा लिहाजा सभी डीएम, एसएसपी को मानीटरिंग के निर्देश दिए गए हैं ताकि अवैध खनन न होने पाए।
राजस्व दोगुना करने का लक्ष्य
मंत्री सिन्हा ने कहा कि बालू के अवैध खनन को लेकर सरकार सख्त है। चार महीने में बालू माफिया नहीं सुधरे तो इसके बाद वे बचेंगे नहीं। उन्होंने कहा हमारी कोशिश है बालू से आने वाले राजस्व को दोगुना किया जा सके।उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया में सुधार को नई नियमावली बना रहे हैं। मंत्री के यदि किसी को लगता है बालू का अवैध खनन हो रहा है तो वह विभाग के फोन नंबर 0612-2215360 पर सूचना दे सकता है। यह नंबर सातों दिन 24 घंटा कार्यरत है।
मंत्री ने इस दौरान अवैध बालू खनन के खिलाफ की गई कार्रवाई ओर दंड वसूली की जानकारी भी साझा की। साथ ही विभाग द्वारा शुरू की गई पुरस्कार योजना की जानकारी भी दी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।