बिहार में CM नीतीश के मंत्री से ऑफिशियल दुर्व्यवहार, सेवक से गुलदस्ता लेकर संभालना पड़ा पद
बिहार की नीतीश सरकार में खान एवं भू-तत्व मंत्री जनक राम बुधवार को मंत्री पद संभालने मंत्रालय पहुंचे तो प्रधान सचिव व अन्य अधिकरी नहीं थे। नाराज मंत्री ने सेवक से बुके लेकर पदभार ग्रहण किया। मंत्री इस घटना से बहुत नाराज हैं।
By Amit AlokEdited By: Updated: Thu, 11 Feb 2021 05:49 PM (IST)
पटना, राज्य ब्यूरो। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार में खान एवं भू-तत्व विभाग के मंत्री बनाए गए जनक राम (Janak Ram) के लिए मंत्री पद का पहला दिन काफी खराब रहा। सूचना रहने के बाद भी विभाग के प्रधान सचिव पदभार ग्रहण के मौके पर नहीं पहुंचे। काफी इंतजार के बाद मंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए विभाग के सेवक सतीश यादव (Peon Satish Yadav) से बुके लेकर अपना पदभार संभाला। बाद में उन्होंने कहा कि यह उपेक्षा का मामला है और वे इसकी शिकायत मुख्यमंत्री (CM) से करेंगे। दूसरी ओर खान एवं भू-तत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर बम्हारा ने दावा किया कि मंत्री ने मंगलवार को ही पद संभाल लिया था। आज के बारे में उन्हें सूचना नहीं दी गई थी। वे उस वक्त विभाग की वीडियो कांफ्रेंस में थीं।
जनक राम पहुंचे खान एवं भू-तत्व मंत्री का पदभार दरअसल, खान एवं भू-तत्व विभाग के मंत्री पद का जिम्मा मिलने के बाद जनक राम बुधवार शाम करीब चार बजे विभाग पहुंचे। मंत्री के साथ उनके कुछ समर्थक भी थे। जैसा की उम्मीद की जाती है कि नवनियुक्त मंत्री के स्वागत के लिए विभाग के प्रधान सचिव समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे, वैसा कुछ नहीं था।
प्रधान सचिव के नहीं आने पर सेवक से लिया गुलदस्ता मंत्री जनक राम ने करीब आधे घंटे तक प्रधान सचिव व अन्य अफसरों का इंतजार किया। बाद में उन्होंने विभाग के सेवक सतीश यादव से फूलों का गुलदस्ता लेकर पद संभाला। मंत्री ने मौके पर मौजूद मीडिया से कहा, यह विशुद्ध रूप से उपेक्षा का मामला है। पूर्व सूचना देने के बाद भी विभाग की प्रधान सचिव का ना होना गलत है। उन्होंने कहा वे इस मामले को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाएंगे और विभाग में जो अफसरशाही है उसे खत्म करके रहेंगे।
प्रधान सचिव ने कहा: लापरवाही के लिए हुई कार्रवाई उधर, विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर बम्हारा ने पूरे मुद्दे को गलत बताया। उन्होंने कहा कि मंत्री ने मंगलवार की शाम ही पदभार ग्रहण किया था। आज उनके विभाग आने की जानकारी उन्हें नहीं दी गई थी। जिस वक्त का यह वाकया है उस वक्त वे विभाग की वीडियो कांफ्रेंस में थीं। जिन लोगों को सूचना देने की जिम्मेदारी दी गई थी, सूचना नहीं पहुंचाई। उन्हें लापरवाही करने की वजह से निलंबित किया गया है। प्रधान सचिव ने कहा कि अधिकारी मंत्रियों का सम्मान करना जानते हैं। आज के प्रकरण में कुछ लोगों ने मुंह में बातें डालकर कहानी बनाने की कोशिश की है।
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