Bihar: पशुपति पारस को मिली जान से मारने की धमकी, भतीजे चिराग पर इशारा; कहा- हाजीपुर में कोई ताकत नहीं रोक सकती
केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस को उनके दिल्ली आवास के लैंडलाइन फोन पर जान से मारने की धमकी दी गई है। केंद्रीय मंत्री पारस को धमकी दी गई है कि हाजीपुर आने पर उनकी हत्या कर दी जाएगी। इस संबंध में बुधवार को दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट थाना में दर्ज शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, पटना: केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस को उनके दिल्ली आवास के लैंडलाइन फोन पर जान से मारने की धमकी दी गई है। केंद्रीय मंत्री पारस को धमकी दी गई है कि हाजीपुर आने पर उनकी हत्या कर दी जाएगी।
इस संबंध में बुधवार को दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट थाना में दर्ज शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
बुधवार की शाम पटना पहुंचे पशुपति पारस ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले में वे जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे।
स्याही पोतने और हत्या की धमकी
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में मंत्री के तरफ से उनके कार्यालय प्रभारी मनोज कुमार ने प्राथमिकी की है।
पुलिस को दिए गए आवेदन के अनुसार, 22 अगस्त की रात 11:55 बजे मोबाइल से सरकारी लैंडलाइन नंबर पर धमकी भरा फोन किया गया था।
फोन करने वाले ने मंत्री को अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर आने से मना करते हुए स्याही पोतने और हत्या करने की धमकी दी गई है।
पारस बोले- यह तीसरी घटना
फोन पर धमकी मिलने के बाद बुधवार की शाम पटना पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके साथ यह ऐसी तीसरी घटना है।
विदित हो कि लोजपा और परिवार में अलगाव के बाद से केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस पर दो बार हमले हुए हैं।
अप्रैल 2022 में उनपर मोकामा के घोसवरी में तब हमला हुआ था, जब वे बाबा चौहरमल की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। तब उनके काफिले पर पथराव किया गया था। उन्हें काले झंडे भी दिखाए गए थे।
इससे पहले 23 अगस्त 2021 को हाजीपुर में एक महिला ने उनपर स्याही फेंकी थी। तब केंद्रीय मंत्री बनने के बाद वे पहली बार हाजीपुर गए थे। स्याही फेंकने वाली महिला को उनके सांसद भतीजे चिराग पासवान का समर्थक बताया गया था।
हत्या की धमकी के पीछे कौन?
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे वैशाली के पुलिस अधीक्षक को भी घटना की मौखिक तौर पर जानकारी देंगे। धमकी के पीछे कौन है, यह पूछे जाने पर उन्होंने कोई नाम तो नहीं लिया, लेकिन इशारों में कहा कि यह सब जान-समझ रहे हैं।
निशाने पर चिराग पासवान
मीडिया से बातचीत में पारस ने भतीजे चिराग पासवान को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि 1977 से लेकर 2019 तक बड़े भाई राम विलास पासवान सांसद रहे, जिनके साथ हमारी राम-लक्ष्मण की जोड़ी थी। उन्होंने ही मुझे अपना उत्तराधिकारी बनाया, जिससे लोगों को जलन हो रही है।
दूसरी जगह के सांसद ने वहां विकास का काम नहीं किया, अब वो हाजीपुर आना चाहता है। उन्होंने यह भी कहा कि हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने से उन्हें कोई ताकत नहीं रोक सकती है।