कंफर्म सीट वाला टिकट वेटिंग लिस्ट में चला गया, पटना की युवती ने रेलवे पर लगाया बड़ा आरोप
पटना की युवती ने स्क्रीन शाट शेयर करते हुए किया दावा- दानापुर रेल में टिकट कंफर्म के नाम पर चल रहा है खेल कंफर्म टिकट को वेटिंग एवं वेटिंग टिकट को किया जा रहा है कंफर्म पीड़ित यात्रियों ने रेल अधिकारी पर मिलीभगत का लगाया आरोप
बख्तियारपुर (पटना), संवाद सूत्र। Indian Railway News: ट्रेन में कंफर्म सीट नहीं मिलने पर रेल यात्री आरएसी या वेट लिस्ट वाला टिकट भी ले लेते हैं। ऐसे ढेरों यात्रियों का टिकट यात्रा के दिन तक कंफर्म भी हो जाता है। लेकिन, क्या आपने कभी ऐसा भी सुना कि कंफर्म टिकट वेटिंंग लिस्ट में चला जाए। बख्तियारपुर की एक युवती ने ऐसी ही शिकायत की है। युवती ने रेलवे के एप का स्क्रीन शाट दिखाते हुए दावा किया है कि उनका आरएसी टिकट चार्ट बनते ही वेटिंग लिस्ट में चला गया। इसके कारण वह अपनी यात्रा पूरी नहीं कर सकीं। उन्होंने इस मामले को रेल अधिकारी की मिलीभगत से ठगी बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इस मामले की सच्चाई तो रेल अधिकारी ही बता सकेंगे।
पीड़ित यात्री बख्तियारपुर निवासी रूमा कुमारी ने बताई कि उन्हें 21 मार्च को पुणे की एक कंपनी में जॉइन करना है। पुणे जाने के लिए उनके भाई सौरव कुमार ने 19 मार्च को आईआरसीटीसी की साइट से दानापुर पुणे एक्सप्रेस में 19 मार्च को ही जाने के लिए दानापुर से थर्ड एसी कोच में दो टिकट बुक करवाए। बुकिंग के वक्त टिकट वेटिंग लिस्ट 12 एवं 13 था, जो उसी दिन दोपहर तक वेटिंग 1,2 तक पहुंच गया। रूका के मुताबिक शाम में टिकट का स्टेटस आरएसी 47, 48 बताया गया। तब तक ट्रेन का चार्ट नहीं बना था। इसका स्क्रीन शाट रखने का दावा युवती ने किया है।
उन्होंने बताया कि रात में आठ बजे ट्रेन का चार्ट बनने के बाद उनका एवं उनके भाई दोनों का आरएसी टिकट वेटिंग 22,23 पहुंच गया। पीड़ित यात्री रूमा कुमारी एवं उसके भाई सौरव कुमार का कहना है कि यह हरकत कई यात्रियों के साथ हुई होगी। दोनों ने बताया कि अगर उनका टिकट आरएसी भी रहता तो वे अपनी यात्रा पूरी कर लेते। दोनों ने इसकी शिकायत आईआरसीटीसी, डायल 139, सीनियर डीसीएम, डीआरएम एवं जीएम के साथ ही रेलमंत्री के ट्विटर अकाउंट पर भी की, लेकिन कोई निदान नहीं निकला। अंत में दोनों ने एसी का वेटिंग टिकट कैंसल कर जनरल कोच का टिकट लेकर यात्रा की। इस संबंध में पक्ष जानने के लिए दानापुर के वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक के मोबाइल पर दो बार रिंग किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका है। रेल अधिकारी का बयान उपलब्ध होते ही इस खबर को अपडेट किया जाएगा।