डायल 112 वाहन पर सवार पुलिसकर्मियों पर दीघा-आशियाना रोड स्थित रैपिड मॉल से सामान चोरी करने के मामले में सिटी एसपी (मध्य) वैभव शर्मा ने सफाई दी है। पुलिसकर्मियों पर लगे चोरी के आरोपों को उन्होंने गलत बताया है। उन्होंने कहा कि सिपाही उधार में सस्ते दाम पर सामान खरीदने की लालच में फंस गए थे। उन्होंने अगले दिन रुपये देने का वादा किया था।
By Prashant KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Wed, 30 Aug 2023 07:44 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पटना: डायल 112 वाहन पर सवार पुलिसकर्मियों पर दीघा-आशियाना रोड स्थित रैपिड मॉल से सामान चोरी करने के मामले में सिटी एसपी (मध्य) वैभव शर्मा ने सफाई दी है। पुलिसकर्मियों पर लगे चोरी के आरोपों को उन्होंने गलत बताया है।
उन्होंने कहा कि सिपाही उधार में सस्ते दाम पर सामान खरीदने की लालच में फंस गए थे। उन्होंने अगले दिन रुपये देने का वादा किया था और बिना बिल लिए सामान लेकर जा रहे थे।
एसपी वैभव शर्मा ने बताया कि
सरकारी वाहन पर सामान लेकर जाने के आरोपी डीपीसी निरंजन कुमार, महिला सिपाही काजल कुमारी और स्नेहा कुमारी के साथ सैप के चालक संजय कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं, महिला सिपाहियों से अभद्रता के आरोप में राजीव नगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज हुई है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मकान मालिक ने जड़ दिया था ताला
एसपी ने बताया कि रैपिड मॉल विरेंद्र कुमार के मकान में चल रहा है। इसका संचालन सन्नी कुमार करता है। मकान मालिक के पास सन्नी का 25 लाख रुपये का किराया बाकी था, जिसे लेकर उसने दो चेक दिए थे। वे बाउंस हो चुके थे।
इसके बाद मकान मालिक के आदेश पर उनके कर्मचारी विकास ने माल में ताला जड़ दिया था।
मंशा थी कि माल का सामान बेचकर किराये की क्षतिपूर्ति की जाती। चूंकि, पूर्व में उनके किरायेदार पर 53 लाख रुपये का बकाया था, मगर उसने अपने माल में केवल डेढ़ लाख रुपये का सामान ही छोड़ा था।
पुलिसकर्मियों से की सामान खरीदने की पेशकश
एसपी का कहना है कि मंगलवार की रात विरेंद्र के कर्मचारी विकास और अभिषेक मॉल में रखे सामान की कीमत का आकलन कर रहे थे।
इस दौरान वहां उपस्थित ईआरएसएस के वाहन में सवार
पुलिसकर्मियों से उन्होंने सस्ते दर पर सामान खरीदने की पेशकश की।
पुलिसकर्मी वहां गए और उन्होंने जरूरत के अनुसार सामान खरीदा। उनके पास तत्काल रुपये नहीं थे। तब मकान मालिक के कर्मियों को उन्होंने अगले दिन रुपये देने का वादा किया था। इस पर उन्होंने सामान दे दिया।
आगे बढ़ते ही माल संचालक ने रोक दिया वाहन
पुलिसकर्मी जैसे ही सामान लेकर आगे बढ़े कि मॉल के संचालक और उसके कर्मियों ने ईआरएसएस का वाहन रोक दिया।
इसके बाद वह हंगामा करते हुए वीडियो बनाने लगे।
वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
फुटेज में महिला पुलिसकर्मी से बदतमीजी और अभद्रता करते कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं। राजीव नगर थाने में भवन मालिक के अधिवक्ता ने मॉल संचालक के साथ किया गया एग्रीमेंट और बाउंस चेक भी प्रस्तुत किया है।
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