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Patna Crime: जमीन विवाद में हुई थी JDU नेता की हत्या, सात आरोपी गिरफ्तार; 14 लाख में दी थी मारने की सुपारी

पटना के पुनपुन थाना क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता सह जदयू नेता सौरभ पटेल की हत्या के मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने सौरभ के दोस्‍त को भी गोली मारकर घायल कर दिया था। सिटी एसपी पूर्वी भारत सोनी ने बताया कि सौरभ की हत्या भूमि विवाद में हुई थी। अविनाश दीपक कुमार और शशि रंजन ने 14 लाख रुपये में सुपारी दी थी।

By Prashant Kumar Edited By: Prateek Jain Updated: Sat, 27 Jul 2024 11:42 AM (IST)
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पुलिस ने हत्‍या के मामले में सात आरोप‍ियों को गिरफ्तार कर लिया।

जागरण संवाददाता, पटना। पुनपुन थाना क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता सह जदयू नेता सौरभ पटेल की हत्या और उनके दोस्त मुनमुन चौधरी को गोली मारकर घायल करने के मामले में पुलिस ने सात आरोपितों को दबोच लिया।

इनकी पहचान पिपरा निवासी शशिरंजन कुमार, परसाबाजार निवासी अविनाश कुमार उर्फ राइफल, गोपालपुर निवासी पप्पू कुमार, विक्की कुमार उर्फ होंदा, सत्यम कुमार झा, दीपक कुमार और श्याम नारायण सिंह के रूप में हुई है।

इनके पास से पिस्टल, तीन मैग्जीन, 16 कारतूस, कट्टा और वारदात में प्रयुक्त बाइक बरामद हुई। सिटी एसपी पूर्वी भारत सोनी ने बताया कि सौरभ की हत्या भूमि विवाद में हुई थी। इसके लिए अविनाश, दीपक कुमार और शशि रंजन ने जमीन कारोबार में घाटा होने के कारण 14 लाख रुपये में सौरभ की सुपारी दी थी।

विक्की के माध्यम से शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया। श्याम घटनास्थल पर नहीं था, लेकिन उसके घर से कट्टा बरामद हुआ।

जमीन बेचकर दी सुपारी की रकम 

साजिशकर्ताओं ने पैमार गांव स्थित एक भूखंड को बेचकर पप्पू को सुपारी के 14 लाख रुपये दिए थे। पप्पू ने विक्की के जरिये तीन शूटरों को सौरभ की तस्वीर और सात लाख रुपये दिए थे। हथियार भी पप्पू ने ही मुहैया कराया था।

सिटी एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड की गुत्थी तकनीकी जांच से सुलझाई गई। सीसीटीवी और तकनीकी अनुसंधान से विक्की की संलिप्तता उजागर हुई। उसकी निशानदेही पर सत्यम को पकड़ा गया, जिसके बाद कड़ियां मिलती चली गईं।

पुनपुन थानेदार मेनिका रानी ने फुटेज का सूक्ष्म अवलोकन कर विक्की की पहचान की। शूटरों ने बताया कि साजिशकर्ताओं से सौरभ का भूखंड को लेकर विवाद चल रहा था। जमीन कारोबार में आरोपितों को भारी नुकसान हुआ था।

वहीं, साजिशकर्ताओं ने बताया कि सौरभ पांच वर्षों से उनके साथ जमीन की खरीद-बिक्री का कारोबार का काम करते थे। हालांकि, बाद में वे अलग हो गए थे।

आरोपितों ने पुलिस को किया था गुमराह 

बढ़ियाकाल गांव के पास 24 अप्रैल को देर रात बदमाशों ने सौरभ कुमार उर्फ सौरभ पटेल पर उस वक्त गोलियां बरसाई थीं, जब वे दोस्त मुनमुन के साथ आधी रात एक पार्टी से लौट रहे थे। बाइक सवार चार बदमाशों ने पांच राउंड फायरिंग की थी।

आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग का लेकर कैंडल मार्च निकाला गया था, जिसमें अविनाश, दीपक और शशिरंजन भी शामिल हुए थे। हत्याकांड में एक शूटर राजू उर्फ नूंस फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

पप्पू पर 2015 में बाढ़ थाने के एक मामले में जेल जा चुका है। पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की थी। मुनमुन की हालत अब भी गंभीर बनी है।

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