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पटना, दानापुर और पाटलिपुत्र स्टेशन नए सिरे से होंगे विकसित; गया-किउल रेलखंड पर चलेगी Vande Bharat

पूर्व मध्य रेल के मुख्यालय हाजीपुर में जीएम छत्रसाल सिंह एवं दानापुर मंडल के डीआरएम जयंत कुमार चौधरी ने बताया कि अगले पचास वर्षों की संभावित भीड़ को देखते हुए दानापुर मंडल (Danapur Railway Division) के पटना जंक्शन राजेंद्र नगर टर्मिनल दानापुर व पाटलिपुत्र स्टेशन के विकास व विस्तार की नए सिरे से प्लानिंग की जा रही है। इसका सर्वे जारी है।

By Chandra Shekhar Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 25 Jul 2024 08:39 AM (IST)
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पटना, दानापुर और पाटलिपुत्र स्टेशन को नए सिर से विकसित करने की योजना है। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, पटना। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यूपीए के कार्यकाल 2004 से 2014 में बिहार में रेलवे के विकास के लिए 1,132 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में बढ़ाकर 10 हजार 33 करोड़ रुपये कर दिया गया है। यह नौ गुना ज्यादा है।

उन्होंने कहा कि झारखंड को भी 7302 करोड़ मिले हैं। बिहार में रेलवे का शत प्रतिशत विद्युतीकरण किया जा चुका है। बिहार के 92 स्टेशनों का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्निमाण किया जा रहा है। बिहार में 79 हजार 356 करोड़ की लागत से नई लाईन, दोहरीकरण, आमान परिवर्तन की 55 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है।

उन्होंने बताया कि इस बार पूरे देश में रेलवे के लिए रिकॉर्ड धनराशि 02 लाख 62 हजार 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

इन तीन स्टेशनों को किया जाएगा नए सिरे से विकसित

पूर्व मध्य रेल के मुख्यालय हाजीपुर में जीएम छत्रसाल सिंह एवं दानापुर मंडल के डीआरएम जयंत कुमार चौधरी ने बताया कि अगले पचास वर्षों की संभावित भीड़ को देखते हुए दानापुर मंडल के पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल, दानापुर व पाटलिपुत्र स्टेशन के विकास व विस्तार की नए सिरे से प्लानिंग की जा रही है। इसका सर्वे जारी है।

हार्डिंग पार्क स्टेशन से गुजरेगी वंदे भारत

उन्होंने बताया, पटना जंक्शन के निकट हार्डिंग पार्क स्टेशन को विकसित किया जा रहा है। आने वाले दिनों में पांच प्लेटफॉर्म वाले इस स्टेशन से ही पटना-गया लाइन को छोड़कर सभी रूटों पर चलने वाली सवारी गाड़ियों का परिचालन होगा। इसी स्टेशन से वंदे भारत ट्रेनों का भी परिचालन संभावित है।

किउल-गया रेलखंड दोहरीकरण

अधिकारियों ने बताया कि पाटलिपुत्र स्टेशन के पास 200 करोड़ की लागत से नया कोचिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा। 2000 करोड़ की लागत से गंगा नदी पर बनने वाला रेल पुल अगले माह से चालू हो जाएगा। किउल-गया रेलखंड के दोहरीकरण का काम अगले माह तक पूरा हो जाएगा। शीघ्र ही इस रेलखंड पर वाराणसी से गया-किउल होते हुए देवघर अथवा हावड़ा के लिए वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सकता है।

16000 करोड़ की लागत से बनने वाले डीडीयू-झाझा के बीच तीसरी व चौथी लाइन के निर्माण को सर्वे का काम पूरा हो चुका है। इसके निर्माण में अधिक समय नहीं लगेगा, क्योंकि पहले से ही साठ से सत्तर प्रतिशत काम पूरा है। अगले माह से आरा स्टेशन की बाइपास लाइन शुरू हो जाएगी। इससे सासाराम की ओर से आने वाली ट्रेनों से मेन लाइन का परिचालन बाधित नहीं होगा।

नेउरा दनियावां रेलखंड अगले वर्ष मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा। अगले माह से जटडुमरी स्टेशन से दनियावां के बीच डीएमयू ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। इस रेल बजट में भभुआ से दिलदारनगर के बीच नई रेल लाइन के निर्माण की स्वीकृति मिल गई है।

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