Patna News: लेजर लाइट सिस्टम से पटना के नालों का सर्वे, जल निकासी योजना बनाने में मिलेगी मदद
पटना के नालों की गहराई चौड़ाई और लंबाई की जांच के लिए आईआईटी दिल्ली की टीम ने हेलीकॉप्टर से लेजर लाइट सिस्टम का इस्तेमाल किया। 62 में से 52 रूटों का सर्वे पूरा हो चुका है। सर्वे के बाद नौ संप हाउस में ऑटोमेटिक सिस्टम लगाया जाएगा। इससे जल निकासी योजना बनाने में मदद मिलेगी। सर्वे में दो दर्जन अधिकारी मौजूद हैं।
जागरण संवाददाता, पटना। आइआइटी दिल्ली की टीम पटना शहर के नालों की गहराई-चौड़ाई और लंबाई की जांच शनिवार को हेलीकाप्टर से लेजर लाइट सिस्टम से सर्वे किया गया। नाले के 62 रूटों में से से 52 का सर्वे का कार्य पूर्ण हो गया। बचे हुए 10 रूट के नाले का सर्वे रविवार की सुबह में होगा। पटना स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत यह कार्य कराया जा रहा है।
सर्वे के बाद नौ संप हाउस सैदपुर के एक, पहाड़ी के तीन, योगीपुरी के दो, राजधानीवाटिका के तीन में आटोमेटिक सिस्टम लग जाएगा। ने नौ संप हाउस इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम से जुड़ जाएगा। तीनों संप की जानकारी रियल लाइम मिलेगी। सीसीटी कैमरे से युक्त रहेगा। नौ संप से जुड़े नालों का सर्वे हो गया है।
पटना में एक दर्जन बड़े नाले तथा कई छोटे नाले हैं। हवाई सर्वे में सभी बड़े नाले सैदपुर नाला, योगीपुर नाला, मंदिरी नाला, सर्पेनटाइन रोड नाला, बाईपास के दोनों नाला, बदशाही पईन, बाकरगंज नाला सहित सभी नाले और उससे जुड़े छोटे नालों का सर्वे हो रहा है। दो दिनों में सर्वे का कार्य होना है। शुक्रवार को वर्षा होने के सर्वे का कार्य नहीं हो पाया था।
आइआइटी दिल्ली की टीम हेलीकॉप्टर से सर्वे की। टीम नाले की क्या स्थिति है? नदियों में जलस्तर बढ़ने और शहर के अंदर वर्षा होने की स्थिति में जलनिकासी कैसे होगी? सहित कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
सर्वे में दो दर्जन अधिकारी मौजूद हैं। हेलीकॉप्टर के लिडार सिस्टम में सेंसर और कैमरा लगा हुआ है। कहां-कहां बाधाएं हैं। सर्वे रिपोर्ट के बाद नगर विकास एवं आवास विभाग आगे की कार्य योजना बनाएगा।
नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि सर्वे के बाद आंकड़े को आधार बनाकर जलनिकासी योजना बन सकती है।