Bihar: मांझी की 'जीभ काटकर लाने' वाले बयान पर BJP के पूर्व नेता को राहत, हाईकोर्ट ने दायर प्राथमिकी की निरस्त
Bihar पटना हाईकोर्ट ने भाजपा के पूर्व नेता गजेंद्र झा के खिलाफ दायर प्राथमिकी को निरस्त कर दिया है। मामला 2021 का है जब गजेंद्र झा ने मांझी की जीभ काटने वाले को इनाम देने की घोषणा की थी।
By Arun AsheshEdited By: Roma RaginiUpdated: Fri, 28 Apr 2023 09:02 AM (IST)
पटना, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की 'जीभ काटकर लाने' के बयान को लेकर मुश्किलों में फंसे भाजपा के पूर्व नेता गजेंद्र झा को पटना हाईकोर्ट ने बड़ी राहत दी है। हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ दायर प्राथमिकी को निरस्त कर दिया।
पूर्व भाजपा नेता के खिलाफ आईपीसी की धारा 500,501,504 , 506 और एससी-एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। न्यायाधीश डॉ. अंशुमन की एकलपीठ ने गजेन्द्र झा की क्वाशिंग याचिका पर सुनवाई की।
गजेंद्र झा के अधिवक्ता प्रिंस कुमार मिश्रा ने कोर्ट को बताया कि उक्त प्राथमिकी सीआरपीसी की धारा 199 के तहत निर्धारित कानून के आलोक में खारिज कर देने योग्य है क्योंकि प्राथमिकी के शिकायतकर्ता स्वयं पीड़ित नहीं है, बल्कि उन्होंने अपने दल के अध्यक्ष की ओर से यह आवेदन दायर किया है। एकलपीठ ने तथ्यों के माद्देनजर झा के खिलाफ दायर प्राथमिकी को निरस्त कर दिया।
मांझी को लेकर क्या कहा था गजेंद्र ने
बता दें कि ये मामला साल 2021 का है। जानकारी के अनुसार, एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहीं थी। उनके इस बयान पर तत्कालीन भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रहे गजेंद्र झा ने पलटवार किया और मांझी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये इनाम देने का ऐलान कर दिया था।
वहीं, गजेंद्र ने मामले को लेकर मीडिया से बातचीत की। जिसमें उन्होंने फिर से मांझी को घेरा। उन्होंने कहा था कि ब्राह्मण कैसे होगा इसका सर्टिफिकेट मांझी नहीं देंगे।
भाजपा ने गजेंद्र को पार्टी से निकाल दिया था
इसके साथ ही उन्होंने जीतनराम मांझी से माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि पंडितों को लेकर दिए बयान पर अगर मांझी खुले मंच से माफी मांगते हैं तो मैं अपने परिवार के साथ उनके आवास पर भोज खाने जाऊंगा। मांझी सौ बार गाली देंगे तो 100 बार जीभ कटेगी। गजेंद्र झा के बयान पर भाजपा ने कार्रवाई की और उन्हें पार्टी से निकाल दिया था।
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